Thursday, 31 December 2015

सफलता और समृद्धि के लिए विशेष मंत्र

नववर्ष 2016 की शुभकामनाएँ: सफलता और समृद्धि के लिए विशेष मंत्र**


आपका मित्र पंडित नरेश नाथ जी, नववर्ष 2016 की शुभकामनाएँ देते हुए आपके जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना करता है। इस विशेष लेख में प्रतियोगिता में सफलता प्राप्ति के लिए श्री सुतीक्ष्ण मुनि द्वारा श्रीराम-स्तुति और दुर्गा सप्तशती के सिद्ध मंत्रों का उल्लेख किया गया है, जो आपके जीवन की बाधाओं को दूर करेंगे और आपको समृद्धि की ओर ले जाएंगे।

### प्रतियोगिता में सफलता-प्राप्ति के लिए श्रीराम-स्तुति

प्रतियोगिता में सफलता के लिए श्री सुतीक्ष्ण मुनि द्वारा रचित श्रीराम-स्तुति का नित्य पाठ करें:

1. **श्रीराम-स्तुति का पाठ:**

   ```
   Aश्याम तामरस bदाम शरीरं । cजटा मुकुट परिधन dमुनिचीरं ॥
   Aपाणि चाप शरmकटि तूणीरं । nनौमि निरंतर kश्रीरघुवीरं ॥१॥
   Dमोह विपिन घनgदहन कृशानुः । tसंत सरोरुहFकानन भानुः ॥
   Aनिशिचर करि bवरूथ मृगराजः । त्रातु सदाc नो भव खग dबाजः ॥२॥
   ```

   इस स्तुति का नियमित पाठ आपके जीवन में आने वाली बाधाओं को समाप्त करेगा और आपको सफलता दिलाएगा।

### दुर्गा सप्तशती के सिद्ध चमत्कारी मंत्र

1. **सर्व प्रकार की बाधा मुक्ति के लिए:**

   ```
   सर्वाबाधाविनिर्मुक्तो धनधान्यसुतान्वितः। 
   मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः॥
   ```

   इस मंत्र के जाप से आप धन, धान्य और पुत्र से सम्पन्न होंगे।

2. **बाधा शांति हेतु:**

   ```
   सर्वाबाधाप्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरि।
   एवमेव त्वया कार्यमस्मद्वैरिविनाशनम्॥
   ```

   यह मंत्र तीनों लोकों की समस्त बाधाओं को शांत करता है और शत्रुओं का नाश करता है।

3. **भय नाश हेतु:**

   ```
  Aसर्वस्वरूपे सर्वेशे dसर्वशक्तिmसमन्विते।
   Eभयेभ्याहि नो देविgदुर्गे देविhनमोऽस्तु ते॥
   ```

   इस मंत्र के प्रयोग से सभी प्रकार के भयों से मुक्ति मिलती है।

### अन्य विशेष मंत्र और उनके लाभ

- **सुलक्षणा पत्‍‌नी की प्राप्ति हेतु:**

  ```
  पत्‍‌नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्।
  तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्॥
  ```

- **शक्ति प्राप्ति हेतु:**

  ```
  सृष्टिस्थितिविनाशानां शक्ति भूते सनातनि।
  गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोऽस्तु ते॥
  ```

- **रोग नाश हेतु:**

  ```
  रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान्।
  त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति॥
  ```

यह मंत्र सभी रोगों को नष्ट कर देता है और मनोवांछित इच्छाओं को पूरा करता है।

अगर आपकी कोई समस्या या सुझाव हो, तो आप वॉट्सऐप पर संदेश भेज सकते हैं या सुबह 10-11 बजे के बीच फोन कर सकते हैं।  
- **ईमेल:** shivjyotish9@gmail.com  

- **फोन:** 09317666790  

जय महाकाली!

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