Friday, 11 December 2015

ज्योतिषीय दृष्टिकोण से रोगों के कारण और समाधान

**ज्योतिषीय दृष्टिकोण से रोगों के कारण और समाधान**


ऊँ नमो आदेश आदेश गुरु को। मैं आपका दोस्त पंडित नरेश नाथ आज आपको बताऊंगा कि कैसे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विभिन्न ग्रहों और राशियों की स्थिति आपके स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकती है। लग्न कुण्डली में विभिन्न भावों का स्वास्थ्य से गहरा संबंध होता है। आइए जानें कैसे ये ग्रह और राशियाँ आपके शरीर पर असर डाल सकती हैं और कौन से उपाय किए जा सकते हैं।


**लग्न भाव और स्वास्थ्य:**


1. **मेष राशि:** मंगल की स्थिति मस्तिष्क और मेरूदण्ड पर प्रभाव डालती है। अगर मंगल नीच या पीड़ित हो, तो उच्च रक्तचाप, सीने में दर्द और चोटें सामान्य हो सकती हैं। मानसिक समस्याओं के लिए सतर्क रहें।


2. **वृषभ राशि:** शुक्र के प्रभाव से मुख और जुड़ी बीमारियों की संभावना होती है। यदि शुक्र कमजोर हो, तो मुख की समस्याएँ जैसे छाले, तुतलाना और स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।


3. **मिथुन राशि:** बुध की स्थिति फेफड़े और श्वास नली पर असर डालती है। नीच बुध के कारण टी.बी., श्वास समस्याएं और गैस की समस्याएं हो सकती हैं।


4. **कर्क राशि:** चंद्रमा का प्रभाव हृदय और त्वचा पर होता है। नीच चंद्रमा से त्वचा की समस्याएं, पाचन संबंधी बीमारियां और मानसिक अवसाद हो सकते हैं।


5. **सिंह राशि:** सूर्य की स्थिति गर्भ और पेट पर प्रभाव डालती है। नीच सूर्य से रक्त संचार, हृदयाघात और हड्डियों की समस्याएं हो सकती हैं।


6. **कन्या राशि:** बुध के प्रभाव से पेट, पाचन और यकृत संबंधी समस्याएं होती हैं। कमजोर बुध से गुप्त रोग और किडनी से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं।


7. **तुला राशि:** शुक्र की स्थिति मृत्राशय और जननांगों पर असर डालती है। कमजोर शुक्र से मासिक धर्म समस्याएं और मूत्राशय की समस्याएं हो सकती हैं।


8. **वृश्चिक राशि:** मंगल के प्रभाव से गुप्तांग, यकृत और आंतों की बीमारियां हो सकती हैं। कमजोर मंगल से ये समस्याएं सामान्य हो सकती हैं।


9. **धनु राशि:** बृहस्पति की स्थिति जांघ और नितम्ब पर प्रभाव डालती है। कमजोर गुरु से लीवर, हृदय और बवासीर की समस्याएं हो सकती हैं।


10. **मकर राशि:** शनि की स्थिति घुटनों और पाचन तंत्र पर असर डालती है। कमजोर शनि से घुटनों की समस्याएं और पुरानी बीमारियां हो सकती हैं।


11. **कुम्भ राशि:** शनि के प्रभाव से पिण्डलियों और उच्च रक्तचाप की समस्याएं हो सकती हैं। खराब आदतों के कारण कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।


12. **मीन राशि:** बृहस्पति का प्रभाव पंजों और तंत्रिका तंत्र पर होता है। कमजोर गुरु से लीवर, पंजों और तंत्रिका समस्याएं हो सकती हैं।


इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए, स्वास्थ्य की समस्याओं के समाधान के लिए ग्रहों की स्थिति का सही मूल्यांकन करना आवश्यक है। किसी भी समस्या या सुझाव के लिए मेरे वॉट्सऐप नंबर पर मैसेज करें या सुबह 10-11 बजे के बीच फोन करें।


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