Wednesday, 30 December 2015

आलस्य निवारण के लिए विशेष मंत्र प्रयोग**



**आलस्य निवारण के लिए विशेष मंत्र प्रयोग**

**परिचय**

ऊँ नमो आदेश आदेश गुरु जी को। मैं, आपका मित्र पंडित नरेश, हमेशा यह प्रयास करता हूँ कि आपको नई और उपयोगी जानकारी प्रदान करूँ। इसी उद्देश्य से आज मैं आपके लिए आलस्य निवारण हेतु एक विशेष मंत्र प्रयोग लेकर आया हूँ, जो आपको कहीं और नहीं मिलेगा।

**आलस्य और जड़ता का अंत**

जिन लोगों को अधिक आलस्य आता है, जो सदा सुस्त रहते हैं, या जिनकी बुद्धि में जड़ता का अनुभव होता है, वे इस लघु प्रयोग को करें। रोज 108 जाप करने से शरीर का आलस्य तथा बुद्धि की जड़ता दूर हो जाती है।  एक नई स्फूर्ति का संचार होता है। इस मंत्र को मंजू घोष मंत्र भी कहा जाता है।

**अन्य लाभ**

इस मंत्र से संबंधित अन्य दीर्घ प्रयोग और अनुष्ठान भी होते हैं, जिनसे साधक सर्वज्ञता प्राप्त करता है, सर्वत्र विजय प्राप्त करता है, और धन का अभाव सदा के लिए समाप्त हो जाता है। इस विषय पर विस्तृत चर्चा फिर कभी करेंगे। फिलहाल, इस प्रयोग को करें और ऊर्जा प्राप्त करें।

**मंजू घोष मंत्र**

अ--व--ल--धीं

**संपर्क जानकारी**

यदि आपकी तंत्र मंत्र, यंत्र, ज्योतिष से संबंधित कोई भी समस्या हो, तो आप मेरे व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज करें, ईमेल करें, या सुबह 10-11 बजे के बीच फोन करें।

फोन: 09317666790  
ईमेल: Shivjyotish9@gmail.com

जय महाकाली।


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