Tuesday, 15 December 2015

ग्रह और शत्रु बाधा से रोग मुक्ति के उपाय



### **ग्रह और शत्रु बाधा से रोग मुक्ति के उपाय**

ग्रह और शत्रु बाधा से उत्पन्न रोगों से मुक्ति पाने के लिए विश्वास के साथ इन उपायों का पालन करें। ये उपाय स्वास्थ्य लाभ की दिशा में सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

#### **1. सिर से उतारा करने का उपाय:**

- यदि परिवार में कोई सदस्य लंबे समय से बीमार है और दवाओं से लाभ नहीं मिल रहा है, तो रविवार से शुरू करें।
- लगातार 3 दिनों तक गेहूं के आटे का पेड़ा और एक लोटा पानी बीमार व्यक्ति के सिर से उतारें।
- जल को किसी पौधे में डालें और पेड़ा गाय को खिलाएं। इससे 3 दिनों के भीतर व्यक्ति को स्वास्थ्य लाभ महसूस होने लगेगा।
- यदि टोटके की अवधि में रोगी ठीक हो जाए, तो भी प्रक्रिया पूरी करें।

#### **2. अमावस्या का विशेष टोटका:**

- अमावस्या को सुबह मेहंदी का दीपक बनाएं। तेल का चौमुंहा दीपक बनाकर 7 उड़द के दाने, थोड़ा सिन्दूर, 2 बूंद दही डालें, और 1 नींबू की दो फांकें शिवजी या भैरव जी के चित्र का पूजन कर, दीपक जलाएं।
- महामृत्युंजय मंत्र की एक माला या बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ करें और भगवान से रोग-शोक दूर करने की प्रार्थना करें।
- घर के दक्षिण दिशा में दूर सूखे कुएं में नींबू सहित डाल दें। पीछे मुड़कर न देखें।
- उस दिन एक ब्राह्मण- ब्राह्मणी को भोजन कराएं और वस्त्रादि का दान दें। कुछ दिन पक्षियों, पशुओं, और रोगियों की सेवा करें।

#### **3. जौ और तिल का उपाय:**

- गंभीर बीमार व्यक्ति के लिए 125 पाव (सवा पाव) जौ का आटा लें। उसमें साबुत काले तिल मिलाकर रोटी बनाएं।
- रोटी को अच्छी तरह सेंकें और तिल्ली का तेल और गुड़ डालकर पेड़ा बनाएं। 
- रोटी को बीमार व्यक्ति के ऊपर से 7 बार उतारकर किसी भैंसे को खिलाएं। पीछे मुड़कर न देखें।
- इस कार्य को शनि और मंगलवार को ही करें।

#### **4. पीपल के वृक्ष का प्रयोग:**

- प्रातः 12 बजे से पहले पीपल के वृक्ष को जल में थोड़ा दूध मिलाकर सींचें।
- शाम को तेल का दीपक और अगरबत्ती जलाएं। यह प्रक्रिया किसी भी वार से शुरू कर 7 दिन तक करें।

#### **5. गोमती चक्र का प्रयोग:**

- यदि घर में बीमारी नहीं जा रही हो, तो एक गोमती चक्र हांडी में पिरोकर रोगी के पलंग के पाये पर बांधें। इससे रोग समाप्त होना शुरू हो जाता है।

#### **6. बच्चों के लिए विशेष उपाय:**

- यदि बच्चा बार-बार बीमार पड़ रहा हो, तो शुक्ल पक्ष की अष्टमी को यह उपाय करें।
- आठ गोमती चक्र लेकर पूजा स्थान में माँ दुर्गा के श्रीविग्रह के सामने लाल रेशमी वस्त्र पर रखें।
- माँ भगवती का ध्यान करते हुए कुमकुम से गोमती चक्र पर तिलक करें। धूपबत्ती और दीपक जलाएं।
- "ॐ*ऐं*ह्रीं*क्लीं*चामुण्डायै*विच्चे"*मंत्र*की*11*माला*जाप करें।
- जाप के बाद लाल कपड़े में 3 गोमती चक्र बांधकर ताबीज बनाकर बच्चे के गले में पहनाएं।
- शेष पांच गोमती चक्र पीले वस्त्र में बांधकर बच्चे के ऊपर से 11 बार उतारकर किसी वीराने स्थान में दबा दें।

इन उपायों को विश्वास के साथ करें। किसी भी जानकारी या समस्या के लिए संपर्क करें:
- **फोन/WhatsApp:** 09317666790
- **ईमेल:** Shivjyotish9@gmail.com

पंडित नरेश नाथ  
जय महाकाली



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