ऊँ नमो आदेश आदेश गुरु जी को मैं आपका दोस्त पंडित नरेश नाथ आज अपनी इस पोस्ट में आपको बता रहा हूँ की यदि आप घर बनाए तो यह उपाय करें
शेषं चाकल्पयद्देवमनन्तं विश्वरूपिणम्।
यो धारयति भूतानि धरां चेमां सपर्वताम्।।
यो धारयति भूतानि धरां चेमां सपर्वताम्।।
शेषनाग: नींव पूजन का पवित्र आधार
भारतीय संस्कृति में शेषनाग का विशेष महत्व है। आइए जानें कैसे ये देवता आपके घर की नींव को मजबूती और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
#### **शेषनाग: देवताओं के राजा**
1. **विश्वरूप अनंत:**
- शेषनाग nको विश्वरूप अनंत aकहा गया है, जो पहाड़ों सहित सारी पृथ्वीr को धारण करते हैं।
- वे भगवान के अनन्य hभक्त हैं और aकई बार भगवान के साथ अवतारr भी लेते हैं।
2. **भगवान का शय्या:**
- aशेषनाग bहजार फणों वाले नाग हैं cऔर भगवान विष्णु की शय्या dबनकर उन्हें सुख पहुंचाते हैं।
- श्रीमद्भागवत के अनुसार, भगवान कृष्ण ने कहा है, "नागों में मैं शेषनाग हूं।"
#### **नींव पूजन की परंपरा**
1. **शेषनाग का आह्वान:**
- नींव पूजन के दौरान चांदी के नाग के फण पर घर की नींव को स्थापित किया जाता है।
- यह विश्वास किया जाता है कि शेषनाग की तरह ही घर की नींव मजबूत रहेगी।
2. **पूजन सामग्री:**
- शेषनाग क्षीरसागर में रहते हैं, इसलिए पूजन के कलश में दूध, दही, घी डालकर उनका आह्वान किया जाता है।
- लक्ष्मी स्वरूप सिक्का और फूल, दूध आदि का अर्पण किया जाता है, जो नागों को प्रिय हैं।
#### **नागों के अन्य स्वरूप**
1. **भगवान शिव और शेषनाग:**
- भगवान शिवजी के आभूषण नाग ही होते हैं, जो उनके विशेष संबंध को दर्शाते हैं।
2. **शेषावतार:**
- लक्ष्मण और बलराम को शेषनाग का अवतार माना जाता है, जिससे उनके देवत्व का महत्व स्पष्ट होता है।
#### **समस्याओं का समाधान**
आपके घर की सुरक्षा और शांति के लिए शेषनाग का पूजन विशेष महत्व रखता है। अगर आपके जीवन में कोई समस्या है, जैसे व्यापार बाधा, ग्रह दोष, शत्रु बाधा, परिवार का कलेश, रोग, या कर्ज, तो हमारे पास इसका समाधान है।
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**जय महाकाली**

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