Thursday, 21 April 2016

हनुमानजी के जन्मदिन के अवसर पर आपके दुःखों का अंत करने लिए विशेष पोस्ट

ॐ नमो आदेश आदेश सत गुरु जी को! मैं आपका मित्र पंडित नरेश नाथ, आज आपको श्री हनुमान जयंती के महत्व और इसे मनाने के उपाय बताने जा रहा हूँ। जय महाकाली दोस्तों!


यदि आपके आस-पास या परिवार में कोई व्यक्ति दवाई खा-खा कर तंग आ चुका है, तो हमें सुबह 10-11 बजे के बीच +919317666790 पर संपर्क करें। हम चमत्कार का दावा नहीं करते, यह तो महाकाली का आशीर्वाद है। हमें केवल फोन करें, शेष आपकी मर्जी।


### हनुमान जयंती का महत्व

हनुमान जयंती चैत्र पूर्णिमा को मनाई जाती है। श्री हनुमान जी, पवनपुत्र, अंजनी के लाल, भगवान शिव के रुद्रावतार हैं और रामभक्ति के प्रतीक हैं। वे अपनी भक्ति और शक्ति के लिए विख्यात हैं। उनकी पूजा करने से बल, बुद्धि और विद्या प्राप्त होती है, और वे हर प्रकार के कष्टों और भय को दूर करते हैं।


### हनुमान जयंती के उपाय और टोटके

1. **हनुमान जी का सिंदूर और तेल से अभिषेक करें**: हनुमान जी की प्रतिमा को सिंदूर और तेल चढ़ाएं। इससे रोग और शोक का नाश होता है।

2. **पीपल के पत्तों का प्रयोग**: 11 पीपल के पत्तों पर लाल चंदन से "राम" लिखें और हनुमान जी के मंदिर में चढ़ाएं। इसके बाद "जय जय जय हनुमान गोसाईं, कृपा करो गुरु देव की नांई" मंत्र का जाप करें। यह प्रयोग 7 मंगलवार तक करें।

3. **गोपी चंदन का उपाय**: हनुमान जयंती पर गोपी चंदन की नौ डलियाँ लेकर केले के वृक्ष पर बांधें। इससे धन लाभ होता है।

4. **कच्ची धानी के तेल का दीपक**: हनुमान जी की आरती करते समय कच्ची धानी के तेल के दीपक में लौंग डालें। इससे धन और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।

5. **हनुमान जी की विशेष पूजा**: हनुमान जयंती के दिन 11 पीपल के पत्तों पर लाल चंदन से "राम" लिखकर मंदिर में चढ़ाएं। प्रसाद बांटें और विशेष मंत्र का जाप करें।


### निष्कर्ष

हनुमान जी की कृपा से जीवन के सभी क्लेश दूर होते हैं। उनकी भक्ति करने से साहस, वीरता, सेवाभाव, और नेतृत्व के गुण विकसित होते हैं। हनुमान जयंती पर उनकी पूजा और भक्ति करने से निश्चित ही अद्भुत फल प्राप्त होते हैं।


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