Saturday, 23 July 2016

ग्रहों का रहस्य: आपके स्वास्थ्य पर उनका प्रभाव!

ॐ नमो आदेश आदेश गुरु जी को मैं आपका दोस्त पंडित नरेश नाथ जी आज आपको| बता रहा हूँ । ग्रहों के रोग  रोग में विचारणीय ग्रह महत्वपूर्ण जानकारी क्यों की हम आपसे कुछ भी छुपाते नहीं 

ग्रहों का रहस्य: आपके स्वास्थ्य पर उनका प्रभाव!

क्या आप जानते हैं कि ग्रहों की चाल आपके स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित कर सकती है? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हमारे जन्म के समय ग्रहों की स्थिति हमारे शरीर में विभिन्न तत्वों के संतुलन को निर्धारित करती है। यदि यह संतुलन बिगड़ जाता है, तो यह बीमारियों का कारण बन सकता है।

यह लेख आपको बताएगा:

  • प्रत्येक ग्रह शरीर के किन तत्वों को नियंत्रित करता है।
  • ग्रहों के कमजोर होने पर कौन सी बीमारियां हो सकती हैं।
  • अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए आप क्या कर सकते हैं।

ग्रहों का प्रभाव:

  • सूर्य: आत्मा, ऊर्जा, ह्रदय, रक्त, पित्त। कमजोर सूर्य कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली, हृदय रोग, रक्तचाप, और पित्त विकार का कारण बन सकता है।
  • चंद्रमा: मन, जल, कफ, स्तन। कमजोर चंद्रमा अनिद्रा, अवसाद, पाचन क्रिया में गड़बड़ी, और कफ विकार का कारण बन सकता है।
  • मंगल: रक्त, ऊर्जा, मांसपेशियां। कमजोर मंगल रक्तहीनता, कमजोरी, चोट, और संक्रमण का कारण बन सकता है।
  • बुध: तंत्रिका तंत्र, बुद्धि, वाणी। कमजोर बुध चिंता, स्मृति हानि, त्वचा रोग, और वाणी दोष का कारण बन सकता है।
  • गुरु: ज्ञान, वसा, लीवर। कमजोर गुरु मधुमेह, मोटापा, यकृत रोग, और पीलिया का कारण बन सकता है।
  • शुक्र: सौंदर्य, प्रजनन, मूत्र। कमजोर शुक्र बांझपन, यौन रोग, मूत्र रोग, और त्वचा रोग का कारण बन सकता है।
  • शनि: हड्डियां, त्वचा, उदासी। कमजोर शनि गठिया, त्वचा रोग, अवसाद, और उदासी का कारण बन सकता है।
  • राहु: भ्रम, जुनून, मादक पदार्थ। कमजोर राहु मानसिक विकार, मादक पदार्थों की लत, और भ्रम का कारण बन सकता है।
  • केतु: आध्यात्मिकता, मोक्ष, रहस्य। कमजोर केतु आध्यात्मिक अशांति, भ्रम, और अज्ञात रोगों का कारण बन सकता है।

अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए:

  • अपनी जन्म कुंडली का विश्लेषण करवाएं और जानें कि कौन से ग्रह कमजोर हैं।
  • उन ग्रहों से संबंधित उपाय करें।
  • स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं जिसमें संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद शामिल हो।
  • तनाव कम करें और योग या ध्यान का अभ्यास करें।
  • नियमित रूप से ज्योतिषी से सलाह लें।

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ज्योतिष केवल एक मार्गदर्शक है। स्वस्थ रहने के लिए आपको डॉक्टर की सलाह भी लेनी चाहिए।

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अतिरिक्त जानकारी:

  • इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर से सलाह लें।
  • आप ज्योतिष विज्ञान के बारे में अधिक जानने के लिए Shiv Vedic Jyotish Vigyan वेबसाइट पर जा सकते हैं।


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