वृक्षारोपण: ज्योतिष में महत्व, फल और उपाय
फल और फूल तो सभी के काम आते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि वृक्षों की छाल, तना, जड़ तक उपयोगी होते हैं? इनकी पूजा करने से भी जीवन की कठिनाइयां दूर होती हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
इन उपायों में श्रद्धा रखना ज़रूरी है।
विभिन्न समस्याओं के समाधान:
- कन्या विवाह में देरी: विष्णु मंदिर में बृहस्पतिवार को आंवला और पीपल का रोपण करें। 21 दिन तक दीपक जलाएं।
- पति-पत्नी में तनाव: शिव मंदिर में सोमवार को पीपल और बरगद का रोपण करें।
- व्यापार में हानि: देवी मंदिर में शुक्रवार को सीताफल और अशोक का रोपण करें।
- भूत-प्रेत बाधा: शिव मंदिर में सोमवार को कटहल का रोपण करें। 21 दिन तक दीपक जलाएं।
- ऋण से मुक्ति: राम मंदिर में शनिवार को इमली का रोपण करें। 11 शनिवार तक दीपक जलाएं।
- पितृ दोष: घर के द्वार पर एकादशी के दिन तुलसी का रोपण करें।
- प्रियजन की मृत्यु: मृत्यु के अनुसार वृक्ष का रोपण करें। 21 दिन तक दीपक जलाएं।
- नवग्रह दोष: संबंधित ग्रह के वृक्ष का रोपण करें।
सूर्य: सफेद आंकड़े और बेल (रविवार) चंद्र: पलाश और चंदन (सोमवार) मंगल: खेर और अनार (मंगलवार) बुध: दरोप और आंवला (बुधवार) गुरु: पीपल (बृहस्पतिवार) शुक्र: उुदुम्बर, आशोक या सीताफल (शुक्रवार) शनि: शमी (शनिवार) राहु-केतु: दर्भ, अष्टगंध और चंदन (शनिवार)
वृक्ष रोपण का समय, स्थान और सुरक्षा महत्वपूर्ण है।
घर के पास कुछ वृक्ष अशुभ माने जाते हैं।
तुलसी घर में लगाना शुभ होता है।
यह जानकारी कम शब्दों में है, यदि आपको विस्तृत जानकारी चाहिए तो पूछें।

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