### सावधान: जन्मकुंडली में ग्रहों की उच्च या शुभ अवस्था में गलत दान बन सकता है सर्वनाश का कारण
ज्योतिषशास्त्र में दान का महत्व बहुत अधिक बताया गया है। दान करने से सुख-शांति, मनोरथ पूर्ण एवं धन-संपत्ति का लाभ मिलता है। लेकिन 'लाल किताब' के अनुसार, यदि दान गलत तरीके से किया जाए तो यह संकट का कारण बन सकता है। जो ग्रह कुंडली में मजबूत उच्च स्थिति में हो, उस ग्रह से संबंधित वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से ग्रह कमजोर हो जाता है और शुभ फलों में कमी आ जाती है।
#### 1. सूर्य उच्च शुभ हो तो न करें यह दान
यदि आपकी कुंडली में सूर्य मेष, सिंह, या वृश्चिक राशि में है, तो लाल किताब कहती है कि आपको सूर्य से संबंधित वस्तुएं जैसे गेहूं, गुड़, तांबे की वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से सूर्य कमजोर हो जाता है और इसके शुभ फलों में कमी आती है। इससे नौकरी में अधिकारियों से मतभेद होता है, सरकारी कार्यों में बाधा आती है, और पिता एवं पैतृक संपत्ति के सुख में कमी आती है। जिनकी जन्मपत्री में सूर्य 7वें या 8वें घर में है, उन्हें सुबह और शाम के समय दान नहीं देना चाहिए, इससे धन की हानि होती है।
#### 2. चन्द्र सौम शुभ हो तो दान में ध्यान रखें
जिस व्यक्ति की कुंडली में चन्द्रमा वृष या कर्क राशि में है, उसे माता का आशीर्वाद मिलता है। यदि वह व्यक्ति चन्द्रमा से संबंधित वस्तुएं जैसे मोती, दूध, चीनी, चावल का दान करता है, तो उसका चन्द्रमा अशुभ हो जाता है और इसके शुभ फलों में कमी आती है। जिनकी जन्मपत्री में चन्द्रमा छठे भाव में है, उन्हें धर्मार्थ हैंडपंप नहीं लगाना चाहिए।
#### 3. मंगल उच्च हो तो मिठाई न करें दान
लाल किताब में मंगल शुभ वाले व्यक्ति के लिए मिठाई का दान करना निषेध बताया गया है। इन्हें लाल मसूर की दाल, बेसन के लड्डू और लाल वस्त्रों का दान नहीं करना चाहिए।
#### 4. बुध ग्रह उच्च हो तो दान में विशेष ध्यान रखें
बुध उच्च वाला व्यक्ति बुध से संबंधित वस्तुएं जैसे साबुत मूंग की दाल, कलम, हरा वस्त्र और घड़ा दान करता है तो उसकी बुद्धि भ्रमित होती है और बुध से संबंधित रिश्तेदारों को कष्ट होता है।
#### 5. गुरू उच्च का हो तो नए वस्त्र दान न करें
लाल किताब कहती है कि जिन व्यक्तियों की कुंडली में गुरू सातवें घर में है, उन्हें नए वस्त्रों का दान नहीं करना चाहिए। गुरू नवम भाव में, सप्तम भाव में, चौथे अथवा प्रथम भाव में उच्च या शुभ स्थिति में हो तो गुरू से संबंधित वस्तुएं जैसे हल्दी, सोना, केसर और पीली वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए। इससे धन की कमी का सामना करना पड़ता है।
#### 6. शुक्र शुभ उच्च हो तो श्रृंगार की वस्तुएं न करें दान
शुक्र भौतिक सुख-सुविधाएं और पारिवारिक सुख प्रदान करने वाला ग्रह है। जिनकी कुंडली में शुक्र दूसरे या सातवें घर में है, उन्हें रेडिमेड वस्त्र और श्रृंगार की वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए।
#### 7. शनि शुभ वा उच्च का है तो भी खास सावधानी बरतनी होगी
शनि दोष से मुक्ति के लिए ज्योतिष शास्त्र में सरसों तेल, तिल, लोहा और काले वस्त्रों का दान करने के लिए कहा जाता है। लेकिन लाल किताब में कहा गया है कि यदि कुंडली में शनि तुला, मकर या कुंभ राशि में है या शुभ योग कारक है, तो इन वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए। इससे शनि विनाशक हो जाता है और शुभ फलों में कमी आती है।
### निष्कर्ष
दान करना जहां एक ओर सुख-शांति और समृद्धि का कारक हो सकता है, वहीं गलत दान करना व्यक्ति के जीवन में संकट ला सकता है। लाल किताब के अनुसार, कुंडली में उच्च या शुभ अवस्था में ग्रहों से संबंधित वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए। इससे ग्रह कमजोर हो जाते हैं और शुभ फलों में कमी आती है। इसलिए, दान करते समय अपनी कुंडली और ग्रहों की स्थिति को ध्यान में रखना बहुत आवश्यक है।

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