## नमस्कार, मैं हूं पंडित नरेश नाथ
आज के इस एपिसोड में आप सभी का स्वागत है। हमारे चैनल और ब्लॉग पर आपको मिलेंगे दिव्य, अचूक तांत्रिक टोटके, वैदिक ज्योतिष, लाल किताब, और वास्तु शास्त्र के उपाय। इन उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में आ रही विभिन्न समस्याओं को दूर कर सकते हैं। मेरा उद्देश्य है कि आपको समर्थ बना सकूं ताकि साधना मार्ग के द्वारा आपकी आध्यात्मिक और भौतिक उन्नति हो सके।
### आज का विषय: डाकिनी प्रत्यक्षीकरण साबर मंत्र
डाकिनी एक उग्र आलौकिक शक्ति है जिसे तंत्र शास्त्र में बहुत महत्व दिया गया है। इसे कई प्रकारों में बांटा गया है जैसे डाकिनी, साकिनी, जल डाकिनी, थल डाकिनी आदि। यह शक्ति मुख्यतः हानिकर मानी जाती है और मूलाधार के शिवलिंग का मूलाधार शक्ति है। तंत्र शास्त्र में काली को भी डाकिनी कहा गया है, हालांकि डाकिनी वास्तव में काली की सेना के रुप आने वाली एक अति करूर शक्ति है। इसका स्थान शरीर मे मूलाधार के बीच में माना जाता है। यह शक्ति विध्वंश और विनाश की मूल शक्ति है।
### डाकिनी की साधना
डाकिनी की सिद्धि करने पर साधक को अनेक लाभ मिलते हैं। यह साधक की सुरक्षा करती है, भूत भविष्य का संपूर्ण ज्ञान प्रदान करती है, और साधक के मार्ग को सरल बनाती है। लेकिन यह साधना कठिन और जोखिमपूर्ण होती है। साधक को गुरू की देखरेख में साधना करनी चाहिए, नहीं तो परिणाम गंभीर हो सकते हैं।
### डाकिनी प्रत्यक्षीकरण शाबर मंत्र
डाकिनी प्रत्यक्षीकरण का एक विशेष मंत्र है जिसे रुद्राक्ष माला का प्रयोग करके जपना होता है। साधना करते समय काला आसन होना चाहिए और मुख दक्षिण दिशा में होना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है:
```
।। ॐ नमो आदेश गुरु को स्यार की ख़वासिनी समंदर पार धाइ आव,
बैठी हो तो आव-ठाडी हो तो ठाडी आव-जलती आ-उछलती आ
न आये डाकनी,तो जालंधर बाबा कि आन शब्द साँचा पिंड कांचा
फुरे मन्त्र ईश्वरो वाचा छू ।।
```
### प्रत्यक्षीकरण विधि
जो लोग डाकिनी का प्रत्यक्षीकरण करना चाहते हैं, उन्हें यह विधि अपनानी चाहिए:
1. किसी एकांत स्थान पर जाएं जहां चौराहा हो।
2. रात के समय मास, मदिरा, मिट्टी का दीपक, सरसों का तेल और सरसों लेकर जाएं।
3. काले आसन पर बैठकर नग्न अवस्था में मंत्र का ११ माला जप करें।
4. सरसों के तेल का दीपक जलता रहना चाहिए।
5. हाथ में सरसों लेकर मंत्र पढ़कर चारों दिशाओं में फेंक दें और फिर से मंत्र जपना आरम्भ करें।
6. संकल्प लें कि डाकिनी जल्द दर्शन दे।
कुछ ही देर में डाकिनी दौड़ती-चिल्लाती और उछलती-कूदती आ जाएगी। शराब और मास का भोग प्रदान करें और जो भी मनोकामना हो, वह बोल दें। कार्य तुरंत पूर्ण हो जाता है।
### महत्वपूर्ण टिप्स
इस साधना को करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
1. साधना गुरू की देखरेख में करें।
2. किसी भी प्रकार की चूक न करें।
3. साधना करते समय निडर रहें।
4. साधना के लिए उचित स्थान और समय का चयन करें।
### निष्कर्ष
डाकिनी की साधना तंत्र शास्त्र में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह साधना कठिन है, लेकिन इसके लाभ अद्वितीय हैं। सही तरीके से साधना करने पर साधक को अनेक प्रकार के लाभ मिलते हैं।
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