### खिलाया-पिलाया निकालने का मंत्र
वशीकरण की विधि में खिलाने-पिलाने वाली चीजों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। जब हम किसी को अपने बस में करने के लिए तंत्र-मंत्र का सहारा लेते हैं, तो अक्सर हम किसी खाने की वस्तु को अभिमंत्रित कर उस व्यक्ति को खिला देते हैं। अभिमंत्रित वस्तु व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर रसायनिक क्रियाओं द्वारा उस व्यक्ति की चेतना शक्ति पर हावी हो जाती है और उसकी सोचने-समझने की शक्ति को क्षीण कर देती है। यह वस्तु न तो पचती है और नष्ट होती है, बल्कि वर्षों तक शरीर में पड़ी रहती है। इसे निकालने के लिए एक निश्चित प्रक्रिया होती है, जो ज्योतिषशास्त्र में बताई गई है।
#### माँ काली की पूजा:
1. **विधि**:
- यदि किसी व्यक्ति को कुछ खिला-पिला कर उसकी चेतना पर कब्जा कर रखा हो, तो उसे मुक्त करने के लिए माँ काली की उपासना करें।
- माँ काली के मंदिर में अर्धरात्रि के समय पूजा-अनुष्ठान कर के इस मंत्र का 21 माला जाप करें:
```
ॐ हलिङ्ग क्लिंग चामुंडाए विचछ्य: नम:
```
- जाप के बाद, अष्टगंध का टीका माँ काली के चरणों पर लगाकर उस व्यक्ति के ललाट पर लगाएं।
- पूजा के पश्चात भोग का प्रसाद उस व्यक्ति को खिलाएं।
- प्रसाद खाने के कुछ समय बाद उल्टी अथवा दस्त के माध्यम से खिलाया-पिलाया वस्तु बाहर निकल जाएगा।
- माँ काली की महिमा से उस व्यक्ति पूर्णतया अपनी चेतना में लौट आएगा।
#### हनुमान मंत्र:
1. **विधि**:
- इस मंत्र का जाप शनिवार को हनुमानजी के मंदिर में करें:
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ॐ बलसिद्धिकराय नम: ॐ व्रजकायाय नम: ॐ महावीराय नम: ॐ रक्षोविध्वंसकाराय नम: ॐ सर्वरोगहराय नम:
```
2. **प्रभाव**:
- हनुमानजी की कृपा से जातक के शरीर में मौजूद अभिमंत्रित वस्तु शीघ्र ही बाहर निकल जाएगा।
#### खिलाया-पिलाया दूर करने के उपाय:
1. **इष्टदेव की पूजा**:
- प्रतिदिन स्नान के बाद अपने इष्टदेव की पूजा करें।
- पूजा के पश्चात गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें:
```
ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितु र्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचो दयात
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- इस मंत्र का चमत्कारी प्रभाव देखने को मिलता है और व्यक्ति धीरे-धीरे सामान्य होने लगता है।
2. **सूर्य देव की पूजा**:
- प्रतिदिन स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देते हुए इस मंत्र का जाप करें:
```
ॐ नमो भगवते श्री सूर्य आय हरीम सहस्त्र-किरण्य अतुल बल परा क्रमाय नवग्रह दिश दिक पाल लक्ष्मी देव वाय, धर्म कर्म साहित आयै ‘अमुक’ नाथय, मोहय मोहय, आकर्षय आकर्षय, दासानु दासंग कुरु कुरु वश कुरु कुरु स्वाहा
```
3. **रुद्रावतार हनुमान की पूजा**:
- प्रतिदिन हनुमान चालीसा और हनुमान बाण का जोर-जोर से पाठ करें, ताकि जातक के कानों में आवाज पहुँच सके।
- किसी भी प्रकार का वशीकरण हनुमानजी की कृपा से समाप्त हो जाएगा।
#### खिलाया-पिलाया के लक्षण:
1. **व्यवहार में परिवर्तन**:
- व्यक्ति हमेशा उलझा रहता है और वशीकरण करने वाले व्यक्ति का सानिध्य अच्छा लगता है।
- व्यक्ति के सिर पर बोझ जैसा महसूस होता है और स्वतंत्र हो कर भी स्वतंत्र महसूस नहीं करता।
- अक्सर कब्ज की शिकायत रहती है और विशेष गंध की चाहत होती है।
- आँखें चढ़ी रहती हैं, नींद की कमी होती है और दिनचर्या के सामान्य कार्यों में भी गलतियाँ होने लगती हैं।
- शरीर के भीतरी हिस्सों पर बिना चोट लगे नीले निशान बन जाते हैं।
#### खिलाया-पिलाया निकालने का टोटका:
1. **वैदिक अनुष्ठान**:
- अमावस्या के दिन मध्यरात्रि को किसी तांत्रिक की सहायता से अनुष्ठान करें।
- अनुष्ठान के बाद अभिमंत्रित जल को उस व्यक्ति के ऊपर छिड़क दें।
2. **अभिमंत्रित कवच यंत्र**:
- तांत्रिक की मदद से अभिमंत्रित कवच यंत्र धारण करें, जो सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करेगा।
- कवच धारण करने के बाद मांसाहारी वस्तु और शराब का सेवन न करें।
3. **नींबू का टोटका**:
- एक नींबू को लेकर वशीभूत व्यक्ति के ऊपर से 21 बार उसारें और चार टुकड़ों में काटकर निर्जन स्थान पर फेंक दें।
- यह टोटका खिलाए-पिलाए हुए वस्तु के निकालने में कारगर सिद्ध होता है।
इन विधियों और उपायों को सही तरीके से अपनाकर व्यक्ति खिलाए-पिलाए हुए अभिमंत्रित वस्तु से मुक्ति पा सकता है और अपनी सामान्य जीवनशैली वापस पा सकता है।
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