### व्यवसाय से संबंधित टोटके
आज के इस भौतिकतावादी युग में हर व्यक्ति कम समय में ज्यादा से ज़्यादा धन अर्जित करना चाहता है। इसके लिए हर कोई अपना व्यवसाय आरंभ करता है या करना चाहता है। प्रस्तुत लेख में हम व्यापार से जुड़े कुछ *टोटके* दे रहे हैं, जिनसे व्यापार में तरक्की अथवा सफलता प्राप्त होती है।
1. *शुक्लपक्ष के रविवार* को *काले घोड़े की दायें पैर की नाल* गंगाजल से धोकर व्यापार स्थल के द्वार पर ठोक देने से व्यापार में तेजी आने लगती है।
2. शनिवार को *सरसों तेल में बने गुड़ के गुलगुले* (मीठे पकोड़े) गरीबों को खिलाने से व्यापार बढ़ता है और बाधाएं समाप्त हो जाती हैं।
3. *शुक्लपक्ष के समय* किसी भी दिन व्यापार स्थल के मुख्य द्वार के दोनों ओर *चुटकी भर आटा* छिड़कने से व्यापार स्थल पर लगी नजर समाप्त हो जाती है।
4. वर्षभर हर *बुधवार को फिटकरी के पानी में भीगी साबुत मूंग दाल* पक्षियों को खिलाने से व्यापार निर्बाध रूप से चलता रहता है।
5. *केसर से रंगे हुए कच्चे सूत के धागे* को व्यापार स्थल में बांधने से व्यापार बढ़ने लगता है।
6. वर्ष में एक बार *कढ़ी-चावल का भंडारा* करने से व्यापार में बहुत वृद्धि होती है।
7. व्यापार स्थल में *कमाल गट्टे की माला पर श्री यंत्र* स्थापित करने से व्यापार का विस्तार होने लगता है।
8. व्यापार स्थल की चौखट पर *12 गोमती चक्र कपड़े में बांधकर* लटकाने से व्यापार में वृद्धि होती है।
9. *एकांक्षी नारियल* को गल्ले में रखने से ग्राहकी बढ़ जाती है।
10. *काली हल्दी, केसर को गंगाजल में पीसकर* महीने के पहले बुधवार को मशीनों पर लगाने से मशीन खराब नहीं होती।
11. *देसी कपूर और रोली* को जलाकर उसकी राख गल्ले में रखने से व्यापार दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करता है।
12. व्यवसाय स्थल में प्रतिदिन *चांदी के पात्र का जल* छिड़कने से बिक्री बढ़ जाती है।
13. *शुक्रवार को गुड़ व चने का प्रसाद* बांटने से ग्राहक व्यवसाय स्थल से बंधे रहते हैं।
14. प्रतिदिन दुकान में *लोबान अथवा लौंग, कपूर की धूनी* घुमाने से दुकान पर नजर, टोका इत्यादि नहीं लगती और व्यापार निर्बाध चलता रहता है।
15. व्यापार स्थल में *बरगद की जड़* रखने से कीड़े, मकोड़े, चूहे, इत्यादि से व्यापार स्थल में हानि नहीं होती।
16. दुकान अथवा व्यवसाय स्थल में आए पहले ग्राहक को कभी भी *खाली हाथ* न लौटाएं। ऐसा करने से व्यापार में रुकावट आने लगती है।
17. *सफेद कपड़े की बनी ध्वजा* पीपल के पेड़ पर लगाने से व्यापार में वृद्धि होती है तथा बाधाएं दूर हो जाती हैं।
18. व्यवसाय स्थल में *नागकेसर व श्री यंत्र* रखने से व्यापार में वृद्धि होती है।
19. दुकान खोलते व बंद करते समय मुख्य द्वार को स्पर्श कर माथे से हाथ लगाना चाहिए। इससे व्यापार में स्थिरता आती है।
20. अपने व्यापार स्थल अथवा दुकान के गल्ले में *3 गोमती चक्रों को तांबे की तार से बांधकर कील द्वारा ठोक देने* से गल्ला कभी खाली नहीं होता।
इस प्रकार उपरोक्त छोटे-छोटे टोटकों को करने से व्यापार में वृद्धि की जा सकती है।
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