**ग्रहण काल में सिद्ध करें एक अद्भुत साधना**
*साबर तंत्र* में *सती साध्वी की साधना* कई नाथ और कई मतों में की जाती है। यह साधना जहां साधक को *भूत, भविष्य और वर्तमान* के बारे में बताती है, वहीं उसे *लॉटरी, सट्टा* आदि का नंबर प्रदान कर धन से मालामाल कर देती है। यह प्रयोग मुझे एक नाथ से प्राप्त हुआ था। इस साधना से बहुत लोगों को लाभ हुआ है।
साधना आसान है। *ग्रहण काल* में *गुरु जी और गणेश जी का पूजन* कर हवन करके अनुष्ठान सिद्ध किया जाता है। *हवन सामग्री* लेकर इस निम्न मंत्र से 3 घंटे हवन करें और हवन के अंत में *कायफल* लेकर उसकी पूजा करें और हवन में आहुति दे दें। *कायफल* पंसारी की दुकान से आसानी से मिल जाता है। अगर किसी कारणवश ग्रहण में न सिद्ध कर सकें तो इस अनुष्ठान को *11 दिन* करें, तो भी सिद्ध हो जाएगी और साधक को बीते और भविष्य के समय की सटीक जानकारी के साथ *सट्टा आदि का नंबर* प्रदान करती है।
इस साधना के दौरान एक *साध्वी* दिखाई देती है। ऐसा होने पर उसे *खीर का भोग* प्रदान करें और अपनी सहायता का वचन ले लें। और जब भी जरूरत हो इस मंत्र का मन ही मन *5-10 मिनट* जप करें, आपको संकेत मिलने शुरू हो जाएंगे। साधना का अनुभव *गुप्त* रखें। मिलने वाले धन का कुछ भाग *साधुओं की सेवा* आदि में लगा दें। इस के साथ *सती साध्वी* आपकी सुरक्षा भी करती है।
साधना धैर्य से सिद्ध होती है, उतावलापन न करें। स्वयं के साथ इस प्रयोग को करें। *मंत्र जप* के लिए *हकीक या रुद्राक्ष* की माला प्रयोग कर सकते हैं। इसमें *काले हकीक* की माला उत्तम रहती है। तेल का दिया या धूप आदि लगा सकते हैं।
आसन *कंबल* का लें। दिशा *उत्तर* ठीक है। और भोजन साधा लें। इसे किसी भी *गुरुवार* से भी शुरू किया जा सकता है जब 11 दिन करना हो।
**मंत्र:** *ॐ सती साध्वी स्वाहा*
**विशेष बातें:**
1. साधना ग्रहण काल में गुरु जी और गणेश जी का पूजन कर हवन कर सिद्ध की जाती है।
2. हवन सामग्री लेकर 3 घंटे हवन करना है।
3. हवन के अंत में कायफल लेकर उसकी पूजा कर आहुति देनी है।
4. ग्रहण में न कर सकें तो इस अनुष्ठान को 11 दिन करें।
5. साधना के दौरान साध्वी दिखाई दे सकती है, उसे खीर का भोग प्रदान करें।
6. साधना का अनुभव गुप्त रखें।
7. मिलने वाले धन का कुछ भाग साधुओं की सेवा में लगाएं।
8. मंत्र जप के लिए हकीक या रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करें।
9. दिशा उत्तर की ओर हो और आसन कंबल का हो।
10. भोजन साधा हो।
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