Friday, 18 December 2015

धन संपदा को आमंत्रित करने के वास्तु उपाय

### धन संपदा को आमंत्रित करने के वास्तु उपाय

**वास्तु शास्त्र** के अनुसार, धन और संपदा को आकर्षित करने के लिए आपके घर या कार्यस्थल में कुछ विशेष उपाय किए जा सकते हैं। ये उपाय आपकी समृद्धि और उन्नति में सहायक हो सकते हैं। 

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#### उत्तर-पूर्व की दिशा में झुकाव

- **कर्ज और गरीबी से छुटकारा** पाने के लिए, उत्तर-पूर्व दिशा की दीवार का फर्श की ओर झुकाव होना आवश्यक है। इससे व्यापार में वृद्धि होती है और धन-दौलत का प्रवाह होता है।
- **ध्यान दें** कि उत्तर-पूर्व के कोने में आग, चूल्हा, कुकिंग गैस, या हवन की व्यवस्था न करें। इस कोने में इन चीजों से संबंधित कोई भी काम न करें, जैसे कि जनरेटर, गीजर, बायलर, भट्टी आदि।

#### घर के सभी कमरों में ढलान

- अपने घर के हर कमरे में उत्तर-पूर्व की ओर ढलान बनाए रखें। इससे घर में खुशहाली लौट आती है और सुख-शांति बनी रहती है।
- **दक्षिण-पश्चिम भाग की ऊंचाई** और उत्तर-पूर्व की ओर ढलान घर में सुख-शांति को बनाए रखने में सहायक होते हैं।

#### उत्तर-पूर्व में कटाव

- यदि आपके आवासीय भवन या फैक्ट्री के भवन में उत्तर-पूर्व का कोना कटा हुआ है, तो आपकी उन्नति में बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- **उत्तर-पूर्व का ऊंचा चबूतरा** या कटाव भी कष्टकारी हो सकता है। यह पुरुषों को बर्बाद कर सकता है और स्त्रियों को कष्ट दे सकता है। उत्तर-पूर्व को कभी भी ऊंचा न रखें। 

#### व्यापार के लिए उपाय

- यदि व्यापार मंदा पड़ गया हो, तो दक्षिण की चारदीवारी के मुंडेर पर ईंटों की चिनाई करवा कर उसे ऊंचा करें। इससे व्यापार में तेजी आनी शुरू हो जाएगी।
- उत्तरी दीवार को नीचा रखें। ऊंची उत्तरी दीवार व्यापार में बाधा उत्पन्न करती है। उत्तरी दीवार को ठीक करके बंद पड़े व्यापार को गति दी जा सकती है। भवन का निर्माण करते समय उत्तरी दीवार को सबसे बाद में बनवाएं।

#### धन के लिए दिशाएं

- भवन के उत्तरी, वायव्य, पश्चिमी, नैऋत्य, दक्षिणी नैऋत्य और पूर्वी आग्नेय में द्वार होने से धन के लिए शुभ नहीं होता।
- इन दिशाओं में खिड़कियां, दरवाजे, और रोशनदान बंद करें और हवा और प्रकाश का आना बंद करें। अन्यथा, प्राप्त धन या जमा पूंजी भी समाप्त हो सकती है।
- **भवन का उत्तरी भाग** ऊंचा न रखें क्योंकि इससे दुर्भाग्यपूर्ण हवाएं उत्पन्न होती हैं। दक्षिण-पश्चिम भाग को नीचा न रखें और यहां कुआं, अंडरग्राउंड टैंक, या बोरवेल न लगाएं। इससे जानलेवा ऊर्जा उत्पन्न हो सकती है।
- भवन के बीच में कुआं, टैंक, बोरवेल, या बेसमेंट न बनवाएं, क्योंकि इससे दुर्भाग्य उत्पन्न होता है।

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अगर आपकी कोई भी समस्या या सुझाव है, तो आप मुझे मेरे वॉट्सऐप नंबर पर मैसेज कर सकते हैं 09317666790 या सुबह 10-11 के बीच फोन कर सकते हैं या मेल कर सकते हैं [shivjyotish9@gmail.com](mailto:shivjyotish9@gmail.com)  
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**जय महाकाली**





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