Friday, 18 December 2015

नवग्रहों की शांति के सटीक उपाय

 
# सूर्य की प्रसन्नता के उपाय

- **आदित्य हृदय स्तोत्र** का पाठ करें।
- माता-पिता की सेवा करें।
- सूर्य को अर्घ, जल में रोली तथा लाल पुष्प डालकर दें।
- सोना-तांबा तथा चीनी-गुड़ का दान करें।
- सूर्योदय से पूर्व उठें और रविवार का व्रत करें।
- नमक का परहेज करें।
- बुजुर्गों का सम्मान करें और उनकी परंपरा का सम्मानपूर्वक पालन करें।

### चंद्रमा की प्रसन्नता के उपाय

- भगवान चंद्रमौली शिव का **"ऊँ नमः शिवाय"** मंत्र का जप करें।
-
- सोमवार का व्रत करें और सफेद वस्त्र का दान करें।
- पहाड़ों की यात्रा करें और माता के चरण छूकर आशीर्वाद प्राप्त करें।

### मंगल की प्रसन्नता के उपाय

- श्रीहनुमान जी को चोला चढ़ाएं।
- मंगल स्तोत्र का पाठ करें।
- इमरती, जलेबी, बूंदी तथा चूरमे का प्रसाद अर्पण करें।
- भाइयों के समक्ष छवि ठीक रखें।
- मंगलवार का व्रत करें।
- पड़ोसियों, मित्रों तथा साथ काम करने वालों से अच्छा व्यवहार रखें।

### बुध की प्रसन्नता के उपाय

- भगवती दुर्गा की पूजा-आराधना करें।
- किन्नरों की सेवा करें।
- हरे मूंग भिगोकर पक्षियों को दाना डालें।
- पालक या हरा चारा दान करें। ।
- पक्षियों, विशेषकर तोतों को पिजरों से मुक्त करें 
- नौ वर्ष से छोटी कन्याओं के पद प्रक्षालन (पैर धोकर) करें और उन्हें प्रणाम करके आशीर्वाद प्राप्त करें।
- बुधवार का व्रत रखें और मां भगवती दुर्गा का पूजार्चन करें।
- मंत्रानुष्ठान और हवन करके बुध की अनुकंपा प्राप्त करें।

### बृहस्पति की प्रसन्नता के उपाय

- ब्राह्मणों का सम्मान करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
- चने की दाल तथा केसर का विष्मंणुदिर में दान करें।
- केसर का तिलक मस्तक पर लगाएं और ज्ञानवर्द्धक पुस्तकों का योग्य व्यक्तियों को दान करें।
- भगवान ब्रह्मा का केले से पूजन करें।
- कुल पुरोहित का सम्मान करके आशीर्वाद प्राप्त करें और यथा शक्ति स्वर्ण का दान करें।

### शुक्र की प्रसन्नता के उपाय

- कनकधारा महालक्ष्मी का दैनिक पाठ करें।
- वस्त्र स्वच्छ पहनें और पत्नी का सम्मान करें।
- गोमाता की सेवा करें और गोशाला में गुड़, चरी, हरा चारा, चने की दाल गायों को खिलाएं।
- विशेष रूप से श्रीविद्या का पूजन कराएं।
- एकाक्षी ब्राह्मण को कांशी के कटोरे में खीर खिलाकर दक्षिणा दें और आशीर्वाद प्राप्त करें।
- विशेष परिस्थिति में * संजीवनी का मंत्र जप कराएं।
- संयम से रहें और व्यसनों से बचें।

### शनि की प्रसन्नता के उपाय

- पीपल तथा भैरव का पूजन करें।
- इमरती, उड़द की दाल, दही बड़े भैरव जी को चढ़ाएं और बांटे।
- मजदूरों को तला हुआ सामान बांटे।
- शनिवार का व्रत करें।
- ताऊ,cचाचाsaअच्छेaसंबंधxबनाएं रखें।
- श्री हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का नियमित पाठ करें।
- शनिवार को तिल के तेल का शनि पर अभिषेक करें और दक्षिणा दें।

### राहू की प्रसन्नता के उपाय

- माता सरस्वती का पाठ-पूजन करें।
- रसोई में बने हुए भोजन का प्रातः जलपान करें।
- पूर्णतया शाकाहारी रहें।
- किसी भी प्रकार का बिजली का सामान इकट्ठा न होने दें और मुफ्त में बिजली का सामान न लें।
- नानाजी से संबंध रखें।
- अश्लील पुस्तक बिल्कुल न पढ़ें।

### केतु की प्रसन्नता के उपाय

- भगवान श्रीगणेश जी का पूजार्चन करें।
- बच्चों को केले तथा कुत्तों को तेल लगाकर रोटी खिलाएं।
- कुत्तों को चोट न मारें।
- मामाजी का आशीर्वाद प्राप्त करें।
- किसी भी धर्मस्थल पर ध्वजा (झंडा) चढ़ाएं।
- वर्षफल में मुंथा श्रेष्ठ नहीं हो तो उसी ग्रह का उपाय करें जिस ग्रह की राशि में मुंथा स्थित है।

उक्त उपायों के करने से आपको अवश्य सफलता, शांति तथा उत्साह मिलेगा इसमें कोई संशय नहीं समझना चाहिए। पाठ करें।
- शनिवार को तिल के तेल का शनि पर अभिषेक करें और दक्षिणा दें।

### राहू की प्रसन्नता के उपाय

- माता सरस्वती का पाठ-पूजन करें।
- रसोई में बने हुए भोजन का प्रातः जलपान करें।
- पूर्णतया शाकाहारी रहें।
- किसी भी प्रकार का बिजली का सामान इकट्ठा न होने दें और मुफ्त में बिजली का सामान न लें।
- नानाजी से संबंध रखें।
- अश्लील पुस्तक बिल्कुल न पढ़ें।

### केतु की प्रसन्नता के उपाय

- भगवान श्रीगणेश जी का पूजार्चन करें।
- बच्चों को केले तथा कुत्तों को तेल लगाकर रोटी खिलाएं।
- कुत्तों को चोट न मारें।
- मामाजी का आशीर्वाद प्राप्त करें।
- किसी भी धर्मस्थल पर ध्वजा (झंडा) चढ़ाएं।
- वर्षफल में मुंथा श्रेष्ठ नहीं हो तो उसी ग्रह का उपाय करें जिस ग्रह की राशि में मुंथा स्थित है।

उक्त उपायों के करने से आपको अवश्य सफलता, शांति तथा उत्साह मिलेगा इसमें कोई संशय नहीं समझना चाहिए।




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