**मंत्र शक्ति का अद्भुत प्रभाव**
## मंत्र शक्ति – Power of Spells or Mantra Shakti
मंत्र शक्ति के बारे में हम सभी ने सुना है, लेकिन संदेह के कारण हम इसका पूर्ण लाभ नहीं उठा पाते। यहाँ सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र के जीवन का एक प्रेरणादायक प्रसंग प्रस्तुत है, जिससे मंत्र शक्ति के चमत्कार को समझा जा सकता है।
## राजा हरिश्चंद्र और रावण का प्रसंग
लंका के राजा रावण को राजा हरिश्चंद्र की मंत्र शक्ति के बारे में सुनकर बहुत आकर्षण हुआ। वह राजा की शक्ति को परखने के लिए उनके महल गया। द्वारपाल ने बताया कि राजा मंत्र जप में व्यस्त हैं, इसलिए रावण को इंतजार करना पड़ा।
कुछ समय बाद रावण को राजा के पास ले जाया गया। वार्तालाप के दौरान राजा हरिश्चंद्र ने अचानक कुछ मंत्र जाप करते हुए अक्षत के दाने एक दिशा में फेंके। रावण ने हैरानी से पूछा कि राजा ने ऐसा क्यों किया।
## मंत्र का चमत्कार
राजा हरिश्चंद्र ने बताया कि 250 किलोमीटर दूर एक शेर ने एक गाय पर हमला किया था, लेकिन अब वह गाय सुरक्षित है। रावण जब उस स्थल पर पहुंचा, तो देखा कि शेर रक्तरंजित भूमि पर पड़ा है और उसे अक्षत के दाने तीर की भांति लगे थे।
## मंत्र सिद्धि का रहस्य
मंत्रों में आज भी वही शक्ति और तेजस्विता है, जो राजा हरिश्चंद्र के समय थी। आवश्यकता है, तो मनःशक्ति को एकाग्र करने और मंत्रों का ह्रदय से उच्चारण करने की। मंत्र सिद्धि तब होती है जब साधक की चेतना का संबंध ब्रह्माण्ड की विशिष्ट ऊर्जा से हो जाता है।
## मंत्र सिद्धि के लक्षण
1. जब मंत्र साधक के भ्रूमध्य में अग्नि-अक्षरों में लिखा दिखाई दे, तो मंत्र-सिद्ध माना जाता है।
2. जब बिना जाप किए साधक को लगे कि मंत्र-जाप अनवरत उसके अंदर स्वतः चल रहा है।
3. साधक को अपने इष्ट-देव का अनुभव हो और देवता के दिव्य गुणों से अपने आपको भरा समझे।
4. शुद्धता, पवित्रता और चेतना का उर्ध्गमन अनुभव हो।
5. मंत्र सिद्धि के पश्चात साधक की शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक इच्छाओं की पूर्ति होती है।
दोस्तों, मंत्र आज भी काम करते हैं। आपको इन पर विश्वास होना चाहिए और देखिए चमत्कार कैसे होता है।
यदि आपको ज्योतिष, तंत्र-मंत्र, या यंत्र से संबंधित कोई भी समस्या है, तो पंडित नरेश नाथ से संपर्क करें। उनका व्हाट्सएप नंबर 09317666790 है, और आप उन्हें सुबह 10 से 11 बजे के बीच फोन कर सकते हैं। **जय महाकाली।**
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