अपषकुन: जीवन की अशुभ संकेतों की पहचान और उनके समाधान
**अपषकुन: जीवन की अशुभ संकेतों की पहचान और उनके समाधान**
नमस्कार, मैं पंडित नरेश नाथ, आपके दोस्त, आज अपषकुन के बारे में जानकारी देने आया हूँ। मेरा उद्देश्य केवल जानकारी प्रदान करना है और लोगों को वहम से बाहर निकालना है। आइए, जानते हैं अपषकुन के बारे में:
### अपषकुन क्या है?
अपषकुन उन लक्षणों को कहते हैं जो किसी कार्य के सफल होने में विघ्न डाल सकते हैं। ये संकेत हमारे जीवन में नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं, और इसलिए इन पर ध्यान देना महत्वपूर्ण होता है।
### झाड़ू से जुड़े अपषकुन
- **पुराना झाड़ू**: नए घर में पुराना झाड़ू ले जाना अशुभ होता है।
- **उलटा झाड़ू**: उलटा झाड़ू रखना भी अपषकुन माना जाता है।
- **अंधेरे में झाड़ू लगाना**: रात के समय झाड़ू लगाना दरिद्रता का कारण बनता है।
- **झाड़ू पर पैर रखना**: यह लक्ष्मी को ठोकर मारने के समान है।
- **बच्चा झाड़ू लगाने लगे**: अनचाहे मेहमान आ सकते हैं।
- **किसी के बाहर जाते ही झाड़ू लगाना**: यह अशुभ माना जाता है।
### दूध से जुड़े अपषकुन
- **दूध का बिखर जाना**: अशुभ संकेत है।
- **बच्चे का दूध पीते ही बाहर जाना**: अपषकुन माना जाता है।
- **स्वप्न में दूध दिखना**: अशुभ है और संतानवती होने का संकेत हो सकता है।
### पशुओं से जुड़े अपषकुन
- **कुत्ते का व्यवहार**: कुत्ता अगर बैठा हो और चौंके, तो कार्य में बाधा हो सकती है।
- **कुत्ते का खुजलाना**: कार्य में विघ्न आ सकता है।
- **पालतू कुत्ता बार-बार भौंके**: वाहन दुर्घटना का संकेत हो सकता है।
- **बिल्ली का रास्ता काटना**: अपषकुन है, यात्रा पर नहीं जाना चाहिए।
### पक्षियों और अन्य जानवरों से जुड़े अपषकुन
- **सारस बाईं तरफ मिले**: अशुभ फल की प्राप्ति हो सकती है।
- **मैना का व्यवहार**: सामने बोले तो कलह, दाईं तरफ बोले तो अशुभ।
- **घुग्घू का व्यवहार**: बाईं तरफ बोले तो भय, पीठ पीछे बोले तो शत्रु अधिक होते हैं।
### समाधान
शास्त्रों के अनुसार, महामृत्युंजय मंत्र का जप अपषकुन के प्रभाव को कम कर सकता है।
यदि आपको कोई समस्या या सुझाव हो, तो आप मुझसे वॉट्सऐप नंबर पर संपर्क कर सकते हैं या सुबह 10-11 के बीच फोन कर सकते हैं। ईमेल के माध्यम से भी संपर्क कर सकते हैं।
- **ईमेल:** Shivjyotish9@gmail.com
- **फोन:** 09317666790
जय महाकाली!
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