ऊँ नमो आदेश आदेश गुरु को मैं आपका दोस्त पंडित नरेश नाथ आज आपको बता रहा हूँ कि मोमबत्ती जलाए भाग्य जगऐ
फेंगशुई में मोमबत्ती का उपयोग ऊर्जा संतुलन के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। यह प्रणाली “यिन” और “यांग” नामक दो ऊर्जा धाराओं पर आधारित है, जो एक-दूसरे पर निर्भर और पूरक होती हैं। इन ऊर्जाओं का संतुलन घर में सुख-समृद्धि लाता है।
भारतीय परंपरा में भी ऊर्जा के संतुलन को महत्व दिया गया है, हालांकि यहाँ दीपक की ज्योति पर जोर दिया गया है। माना जाता है कि दीपक की ज्योति से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। चीनी लोग इस ऊर्जा को "ची" कहते हैं और उनका मानना है कि मोमबत्ती जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक "ची" बढ़ती है।
फेंगशुई में मोमबत्ती के रंग और स्टैंड का भी विशेष महत्व है। मोमबत्ती के लिए लकड़ी, चीनी मिट्टी, या धातु का स्टैंड उपयोगी होता है। हर तत्व का अलग प्रभाव होता है और मोमबत्तियाँ रखने के लिए विशेष दिशाएँ होती हैं। फेंगशुई के अनुसार उत्तर दिशा में मोमबत्ती रखने से धन का नाश होता है, जबकि दक्षिण, पूर्व या उत्तर-पूर्व में रखने से सुख-समृद्धि और ज्ञान की वृद्धि होती है।
मोमबत्तियों के रंग का भी अलग-अलग दिशाओं में अलग प्रभाव होता है। जैसे लाल और हरी मोमबत्ती दक्षिण में, पीली और लाल दक्षिण-पश्चिम में, और हरी और नीली मोमबत्ती पूर्व या दक्षिण-पूर्व में रखने से सकारात्मक प्रभाव होता है।
मोमबत्ती के स्टैंड का भी ऊर्जा संतुलन में अहम योगदान होता है। आजकल विभिन्न आकार और धातु के स्टैंड उपलब्ध हैं। लोहे के स्टैंड का उपयोग बैडरूम में नहीं करना चाहिए क्योंकि यह संबंधों में तनाव ला सकता है। लकड़ी के स्टैंड का प्रयोग बेहतर होता है।
इस प्रकार, मोमबत्तियाँ केवल रोशनी के लिए नहीं, बल्कि फेंगशुई के अनुसार ऊर्जा संतुलन के लिए भी महत्वपूर्ण होती हैं।
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जय महाकाली!

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