Thursday, 7 April 2016

विचारों का सिद्धांत (Law of Attraction)

**ऊँ नमो आदेश आदेश गुरु जी को।** मैं आपका दोस्त पंडित नरेश नाथ जी, आज आपको विचारों के सिद्धांत के बारे में बता रहा हूँ, जिससे आप खुद अपना भाग्य लिख सकते हैं और जो चाहे बन सकते हैं।


**विचारों का सिद्धांत (Law of Attraction):**

इस सिद्धांत के अनुसार, आपकी सोच आपकी हकीकत बनती है। "अगर किसी चीज़ को दिल से चाहो तो सारी कायनात उसे तुम से मिलाने में लग जाती है।" यह सिद्धांत बताता है कि आपके विचार आपके जीवन को आकार देते हैं। अगर आप सोचते हैं कि आपके पास बहुत पैसा है, तो सचमुच आपके पास पैसा आ जाता है। इसके विपरीत, अगर आप सोचते हैं कि आप गरीबी में रहेंगे, तो वही होगा।


भगवान बुद्ध ने कहा है, “हम जो कुछ भी हैं वो हमने आज तक क्या सोचा इस बात का परिणाम है।” स्वामी विवेकानंद ने भी यही कहा है, "हम*वो*हैं*जो*हमें*हमारी*सोच*ने *बनाया*है।"


**महत्वपूर्ण प्रश्न:**

1. **अगर दो लोग एक ही चीज़ चाहते हैं तो?**

   - यह एक आंतरिक संघर्ष है। आपकी सोच ही इन परिस्थितियों को जन्म देती है।


2. **क्या बच्चों या जानवरों की इच्छाएँ भी काम करती हैं?**

   - नहीं, केवल आपकी चेतना की इच्छाएँ ही काम करती हैं।


3. **अगर किसी बच्चे के साथ बुरा होता है तो क्या उसकी इच्छा थी?**

   - नहीं, यह आपकी सोच का परिणाम है। आपकी सोच ही वास्तविकता बनती है।


4. **अगर मैं अपने संबंध बेहतर करना चाहता हूँ लेकिन मेरा साथी ध्यान नहीं देता तो?**

   - यह एक और आंतरिक संघर्ष है। आपके विचार और विश्वास ही वास्तविकता बनाते हैं।


**आपकी सोच ही आपकी वास्तविकता बनाती है। इसलिए, सकारात्मक सोचें और वही आकर्षित करें जो आप चाहते हैं।**


**अगर आपकी ज्योतिष, तंत्र-मंत्र, या किसी भी समस्या का समाधान चाहिए, तो हमें संपर्क करें।**


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**जय महाकाली!**




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