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## तन्त्र अभिचार नाश के सरल प्रयोग
### धूनी द्वारा अभिचार नाश
तंत्र अभिचार नाश के लिए धूनी का प्रयोग अत्यधिक प्रभावी और सर्वसुलभ माना जाता है। धूनी के माध्यम से कुछ वस्तुओं को अभिमंत्रित करके आग के अंगारों का धुआं पूरे घर और पीड़ित व्यक्ति को दिया जाता है, जिससे सामान्य अभिचार समाप्त हो जाता है।
#### आवश्यक सामग्री:
1. **जटामांसी** - 50 ग्राम
2. **नागरमोथा** - 50 ग्राम
3. **गूगल धूप** - 50 ग्राम
4. **लोहवान** - 50 ग्राम
5. **कपूर** - 25 ग्राम
6. **सफेद चन्दनबूर** - 25 ग्राम
7. **लाल चन्दनबूर** - 25 ग्राम
8. **छोटी इलायची** - 10 ग्राम
9. **लौंग** - 10 ग्राम
#### विधि:
1. सभी सामग्री को इकठ्ठा करके पीस लें।
2. इसमें गुड़ और देसी गाय का घी आवश्यकता अनुसार मिला लें।
3. इस मिश्रण को हनुमान चालीसा या नवार्ण मन्त्र से अभिमंत्रित करें।
4. अब इस धूनी का उपयोग करके घर में और पीड़ित व्यक्ति के पास धुआं फैलाएं।
### तंत्र अभिचार नाश के लिए अन्य विधि
यदि किसी व्यक्ति पर तंत्र अभिचार किया गया हो, तो देसी गाय का गौमूत्र और गंगा जल मिलाकर निम्न विधियों का पालन करें:
1. गौमूत्र और गंगा जल का छिड़काव करें।
2. नहाने के पानी में मिलाएं और पिलाएं।
3. गाय के कण्डों पर धूनी दें।
इससे तंत्र अभिचार समाप्त हो जाएगा और शरीर में भूत-प्रेत का आवेश भी तुरंत निकल जाएगा।
#### आवश्यक सामग्री:
1. बांस की डलिया
2. काला कपड़ा
3. सात लाल मिर्च
4. गंधक का टुकड़ा
5. गुड़
6. इमरती
7. दही
8. जंग लगी कील
9. पापड़
10. सात काली चूड़ी
11. दो लौंग
12. एक नींबू
13. एक पेठा
14. उड़द साबूत - 50 ग्राम
15. सिंदूर
16. सरसों के तेल का चौमुखी दीपक
#### विधि:
1. पीड़ित को गौमूत्र मिले जल से स्नान कराएं।
2. दक्षिण की तरफ पीठ करके बैठा दें।
3. बांस की डलिया में कपड़ा बिछाकर सारी सामग्री उसमें रखें।
4. रोगी के ऊपर से ग्यारह बार उसारा करके सामग्री (घूरे) पर रख आएं।
5. पीछे मुड़कर न देखें और घर में प्रवेश करने से पहले हाथ-पैर धो लें।
इन सरल उपायों का पालन करके तंत्र अभिचार का प्रभाव समाप्त किया जा सकता है।
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