Thursday, 18 July 2024

सर्व रोग शाबर मंत्र: एक प्राचीन उपचार

## सर्व रोग शाबर मंत्र: एक प्राचीन उपचार विधि

प्राचीन भारतीय शास्त्रों में कई विधियों और मंत्रों का उल्लेख मिलता है जो रोगों से मुक्ति दिलाने में सहायक होते हैं। इन विधियों में शाबर मंत्र भी शामिल हैं, जिन्हें विशेष पूजा और साधना के बाद उपयोग में लाया जाता है। यहाँ पर एक सिद्ध शाबर मंत्र और उसके प्रयोग की विधि दी जा रही है, जिसे आप श्रद्धा और विश्वास के साथ अपना सकते हैं।

### शाबर मंत्र:
```
ॐ नमो आदेश गुरु को।
बाल राखे बाल की।
कपाल रखे जोगनी।
मुख रखे कुंभकर्ण।
पीठ रखे विभीषण।
नख रखे नरसिंह।
कलेजी रखे काली भवानी।
कम्बर रखे कम्बर का देव।
पिंड रखे गोरखनाथ।
पड़ा प्राण सात रखे गुरु के पास।
गुरु की शक्ति मेरी भक्ति।
चले मंत्र इश्वरो वाचा।
```

### विधि:

1. **मंत्र सिद्धि**:
   - पहले इस मंत्र का 21 दिन तक जाप करके सिद्ध करें। इस दौरान गुरु पूजा और गणेश पूजा का पालन करें।
   
2. **रोगी के उपचार के लिए प्रयोग**:
   - जब भी कोई रोगी आपके पास आए, तो इस मंत्र का प्रयोग करें।
   - मंत्र द्वारा भस्म को अभिमंत्रित करें।
   - कपाल पर उसे तिलक लगाएं।
   - इसके बाद भस्म को रोगी के रोग जन्य भाग में लगाएं या लगाने को दें।
   
3. **परिणाम**:
   - इस विधि से सभी प्रकार के रोग और दोष शांत होंगे।
   - रोगी को लाभ होने के बाद, अपनी यथाशक्ति से परमार्थ (दान) करें।
   - भस्म को ताबीज में भरकर भी दिया जा सकता है।

### निष्कर्ष:
यह प्राचीन शाबर मंत्र और विधि रोगों से मुक्ति पाने में अत्यंत प्रभावी है। इसे पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ अपनाकर आप और आपके प्रियजन रोगमुक्त हो सकते हैं। इस विधि का पालन करते समय, सदैव गुरु और गणेश जी की पूजा का महत्व समझें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। 

### नोट:
सभी धार्मिक और आध्यात्मिक उपायों को करने से पहले अपने गुरु या वरिष्ठ सदस्यों से परामर्श अवश्य करें।

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