Thursday, 18 July 2024

शीघ्र और अति शीघ्र विवाह के उपाय: एक प्राचीन विधि

## शीघ्र और अति शीघ्र विवाह के उपाय: एक प्राचीन विधि

विवाह योग्य कन्या और पुरुषों के लिए शीघ्र विवाह की कामना एक सामान्य और महत्वपूर्ण इच्छा होती है। इस लेख में, एक प्राचीन और सिद्ध उपाय के बारे में बताया जा रहा है, जिसे आप श्रद्धा और विश्वास के साथ अपनाकर शीघ्र विवाह की संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं। इस उपाय में समय और थोड़ी मेहनत अवश्य लगेगी, परंतु यह सुनिश्चित करता है कि आपका कार्य सिद्ध होगा।

### आवश्यक सामग्री:
1. 25 अभिमंत्रित गोमती चक्र
2. पीतल की थाली
3. पिला रेशमी रुमाल
4. केसर
5. हल्दी
6. गोबर
7. हल्दी की माला
8. 300 ग्राम बेसन के लड्डू
9. शुद्ध घी का दीपक

### विधि:
1. **प्रथम गुरुवार का दिन चुनें**:
   - घर के किसी शांत स्थल पर गोबर से अष्टदल बनाएं।
   - उस पर एक बाजोट रखकर पीला रेशमी रुमाल बिछाएं।
   - रुमाल पर एक पीतल की थाली रखें।

2. **थाली पर मंत्र लिखें**:
   - थाली पर केसर और हल्दी मिलाकर तर्जनी अंगुली से निम्न मंत्र लिखें:
     - "ॐ जीवाय नमः"
     - "ॐ स्वर्णकायाय नमः"
     - "ॐ चतुर्भुजाय नमः"

3. **गोमती चक्रों की पूजा करें**:
   - सभी गोमती चक्र थाली में रखें और उन पर हल्दी व केसर से तिलक करें।
   - हल्दी की माला से 3 माला "ॐ बृं बृहस्पत्यै नमः" का जप करें।

4. **पहले तीन गोमती चक्र की स्थापना**:
   - जाप के बाद तीन गोमती चक्र पिले रुमाल के कोने में बांधकर अपने पास रखें, जब तक विवाह न हो जाए।
   - थाली में लिखे नामों को पानी से धोकर स्नान के जल में मिलाएं और स्नान करें।
   - बचे हुए 22 गोमती चक्र शुद्ध स्थान पर रखें।

5. **गोमती चक्र का उसार**:
   - एक गोमती चक्र लेकर किसी निर्जन स्थान पर जाएं और स्वयं पर से सात बार उसार कर दक्षिण दिशा की ओर फेंक दें।
   - एक गोमती चक्र उसार कर बहते जल में प्रवाहित कर दें।
   - यह कार्य उसी दिन करें जिस दिन प्रयोग आरंभ किया है।

6. **अगले 20 दिन का क्रम**:
   - नियमित रूप से 20 दिनों तक एक गोमती चक्र को उपरोक्त विधि से ही उसार कर जल में प्रवाहित करें।

7. **केले के वृक्ष पर भोग अर्पित करें**:
   - 20वें दिन के प्रयोग के पश्चात, किसी केले के वृक्ष पर जल में केसर, हल्दी, शहद और गुड़ के साथ 300 ग्राम बेसन के लड्डू अर्पित करें।
   - घी की ज्योत करें ।

### परिणाम:
इस उपाय का फल आपको कुछ ही दिनों में स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगेगा। जब विवाह तय हो जाए, तो विवाह की रस्म से पूर्व पास में रखे तीनों गोमती चक्र को अपने से अलग कर दें। विवाह के पश्चात इन्हें भी बहते जल में प्रवाहित कर दें।

### निष्कर्ष:
यह उपाय पूर्णतः सही और प्राचीन सिद्ध है। इसे पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ अपनाएं और शीघ्र विवाह के लाभ उठाएं। ईश्वर आपकी हर मनोकामना पूर्ण करें।

### नोट:
सभी धार्मिक और आध्यात्मिक उपायों को करने से पहले अपने परिवार के वरिष्ठ सदस्यों या गुरु से परामर्श अवश्य करें।



No comments:

Post a Comment