बंधी कोख खोलने की विधि:
1. **कारण**: कई बार कुछ दुष्ट प्रकृति की स्त्रियाँ किसी कारणवश, ईर्ष्या या सौतिया डाह से किसी स्त्री की कोख को बाँध देती हैं, जिससे उसकी संतान नहीं होती, जबकि डाक्टरी रिपोर्ट में सब कुछ सामान्य होता है।
2. **सिद्ध करने की विधि**:
- यह प्रयोग नवमी, दशहरा या किसी अन्य शुभ दिन पर सिद्ध करें।
- रात 9 बजे के बाद, पूर्व मुख होकर आसन पर बैठें।
- धूप-दीप से हनुमान जी का पूजन करें और लड्डू का भोग लगाएं।
- 108 बार जप करें।
- मंत्र: "मंत्र: ''ॐ नमो नील नील महानील नज़र देख कोख खोलें.फलै फूलै बेल बढ़े चतुराई चले अमुक वृक्ष के फल फूल की जो हानि हो तो राजा
राम की दुहाई, जती हनुमान की दुहाई, शब्द साचा पिंड काचा, फुरै मंत्र ईश्वरो वाचा, सत नाम आदेश गुरु का।" (अमुक की जगह स्त्री का नाम लें।)
3. **प्रयोग की विधि**:
- रोगिणी को सामने बैठाकर झाड़ा दें।
- पानी अभिमंत्रित करके पिलाएं।
- एक लाल रंग का धागा लेकर मंत्र पढ़ते हुए 21 गाँठ लगाकर अभिमंत्रित करें।
- स्त्री की कमर में धागा धारण करवा दें।
- ईश्वर की कृपा से जल्द ही गोद भर जाएगी।
4. **साधना सीखने के इच्छुक**: इस विधि को सीखने के इच्छुक लोग संपर्क कर सकते हैं।
1. **कारण**: कई बार कुछ दुष्ट प्रकृति की स्त्रियाँ किसी कारणवश, ईर्ष्या या सौतिया डाह से किसी स्त्री की कोख को बाँध देती हैं, जिससे उसकी संतान नहीं होती, जबकि डाक्टरी रिपोर्ट में सब कुछ सामान्य होता है।
2. **सिद्ध करने की विधि**:
- यह प्रयोग नवमी, दशहरा या किसी अन्य शुभ दिन पर सिद्ध करें।
- रात 9 बजे के बाद, पूर्व मुख होकर आसन पर बैठें।
- धूप-दीप से हनुमान जी का पूजन करें और लड्डू का भोग लगाएं।
- 108 बार जप करें।
- मंत्र: "मंत्र: ''ॐ नमो नील नील महानील नज़र देख कोख खोलें.फलै फूलै बेल बढ़े चतुराई चले अमुक वृक्ष के फल फूल की जो हानि हो तो राजा
राम की दुहाई, जती हनुमान की दुहाई, शब्द साचा पिंड काचा, फुरै मंत्र ईश्वरो वाचा, सत नाम आदेश गुरु का।" (अमुक की जगह स्त्री का नाम लें।)
3. **प्रयोग की विधि**:
- रोगिणी को सामने बैठाकर झाड़ा दें।
- पानी अभिमंत्रित करके पिलाएं।
- एक लाल रंग का धागा लेकर मंत्र पढ़ते हुए 21 गाँठ लगाकर अभिमंत्रित करें।
- स्त्री की कमर में धागा धारण करवा दें।
- ईश्वर की कृपा से जल्द ही गोद भर जाएगी।
4. **साधना सीखने के इच्छुक**: इस विधि को सीखने के इच्छुक लोग संपर्क कर सकते हैं।
No comments:
Post a Comment