Monday, 10 June 2024

कितना भी बड़ा कष्ट आये, कभी भी आये, ये अचूक उपाय सिद्ध संत करते हैं, आप भी करें, सब संकट दूर होंगे।

 

कितना भी बड़ा कष्ट आये, कभी भी आये, ये अचूक उपाय सिद्ध संत करते हैं, आप भी करें, सब संकट दूर होंगे।


। संत कहते हैं कि उत्तम भक्तों के ऊपर संकट इसलिए आते हैं  ठाकुर जी थोड़ा ठोक-बजाकर देखते हैं। वे देखते हैं कि हम उन्हें भजते हैं या भूत-प्रेत को भजते हैं, तंत्र-मंत्र में पड़ते हैं या उनकी ही शरण में रहते हैं। भगवान हमें परखते हैं और हम अक्सर इस परीक्षा में फेल हो जाते हैं।

तब जीव को क्या करना चाहिए? कुछ लोग कहते हैं, "महाराज, जब से दीक्षा ली है, तब से तो और संकट आ गया।" यह बहुत अच्छी बात है।


मेरे वल्लभ विठल गिरधार जी की बलिहारी जाऊं यमुना जी की बलिहारी जाऊं । आप कहां गधे से उतरकर हाथी पर चढ़ेंगे? अगर आपका आश्रय छोड़कर मैं अन्य आश्रय ग्रहण करूं, तो सारे जगत में हंसी होगी। भगवान की भक्ति को छोड़कर कहीं और अटकना, भटकना ऐसा है जैसे कोई मूर्ख हाथी से उतरकर गधे पर जा बैठे।


हे नाथ, आपके सामने होना चंदन और कुमकुम से मुख का श्रृंगार करना है, और आपसे मुंह घुमाना मुंह पर काजल लगाने के समान है।


जिसके घर में कामधेनु हो, वह बकरी नहीं दुहता। आपको छोड़कर आपकी भक्ति कामधेनु है, और मैं बकरी को दुहने जैसा करूं, यह गलत है। आपकी शरणागति कंचन का महल है और आपसे विमुख होकर संसार के चक्र में फंसना पर्णकुटी है, कब आग लग जाए पता नहीं।


हे प्रभु, आपके समक्ष रहना सोने का महल है और संसार में फंसना पर्णकुटी। सूरदास कहते हैं, चाहे जितना संकट आए, भगवान के नाम को छोड़कर, श्री गुरुदेव भगवान के कृपा मंत्र को छोड़कर किसी भी कष्ट में कहीं और नहीं जाना चाहिए। जो कुछ होगा भगवान की इच्छा से और भगवान की कृपा से होगा, सब भला ही होगा। अधिक से अधिक मृत्यु होगी, इससे ज्यादा कुछ नहीं। राम जी की कृपा से जीएंगे और राम जी की मर्जी से मरेंगे, फिर परवाह किसकी करनी है?


जपही नाम जन आरत भारी, मिटे को संकट होई सुखारी। जब जीवन में दुख, कष्ट, विपत्ति आए, तब तंत्र-मंत्र, टोटके, धागे, और टोटकों में मत पड़ें। केवल कीर्तन करें -


श्री राम जय राम जय जय राम,

श्री राम जय राम जय जय राम,

हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे,

हरे रामा हरे रामा राम राम हरे हरे,


श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी,

हे नाथ नारायण वासुदेवा।

जय जय राम कृष्ण हरि,

जय जय श्री राधे।


केवल नाम जप करो, नाम कीर्तन करो। आपके सारे संकट केवल महाराज अधिराज, पतित पावन, सर्व समर्थ श्री हरि नाम महाराज, राम नाम से महाराज दूर करेंगे। लोग विश्वास नहीं करते हैं, पर हम प्रार्थना करते हैं  कि हर घर में कीर्तन होने लगे। ऐसा होने लगे तो सारे संसार की समस्याओं का समाधान हो जाएगा। केवल भगवन नाम से ही दुख, दरिद्रता, और पाप का अंत संभव है। जब पूर्व के कर्म दोष दूर होंगे, तब चिरस्थाई शांति मिलेगी



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