Friday, 28 June 2024

श्रीशरभ शालुवाय पक्षिराज साधना एवम् अति दुर्लभ कवच

 ## श्रीशरभ शालुवाय पक्षिराज साधना एवम् अति दुर्लभ कवच



नमस्कार! मैं हूँ पंडित नरेश नाथ और आप सभी का हमारे इस दिव्य और अद्वितीय एपिसोड में स्वागत है। आज हम आपको श्रीशरभ शालुवाय पक्षिराज साधना के बारे में बताएंगे, जो साधकों और भक्तों के लिए एक वरदान सिद्ध होगा। हमारे चैनल और ब्लॉग पर आपको तांत्रिक टोटके, वैदिक ज्योतिष, लाल किताब और वास्तु शास्त्र के अचूक उपाय मिलेंगे, जो आपके जीवन की समस्याओं को दूर करने में सहायक होंगे। 


### श्रीशरभ शालुवाय पक्षिराज साधना का महत्व


श्रीशरभ शालुवाय पक्षिराज साधना एक अत्यंत दुर्लभ और शक्तिशाली साधना है, जो आकाश भैरव तंत्र शास्त्र का हिस्सा है। इस साधना के द्वारा आप समस्त प्रकार की दैवीय बाधा, ग्रह बाधा, भूत-प्रेत बाधा, शत्रु बाधा और महासंकट से मुक्ति पा सकते हैं। यह साधना विशेष साधकों के लिए होती है और इसे गुरु की आज्ञा और विधिपूर्वक करने पर ही सिद्धि मिलती है। 


### श्रीशरभ शालुवाय कवच का पाठ


इस कवच का पाठ करने से साधक को अद्वितीय सुरक्षा मिलती है। यह कवच संसार की किसी भी शक्ति का भेदन करने में सक्षम होता है। इस कवच का पाठ विधिपूर्वक और पर्याप्त संख्या में करने से साधक को समस्त प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है। 


#### कवच का पाठ:

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ॐ नमो आदेश गुरु को।

आदिमायेचे स्वरूप तेजोमयाय अग्नि दंष्ट्रा करालाय श्रीशरभ शालुवाय पक्षिराजाय नवनाथा ओंकाराय कृपाकराय थर-थर कांपे हुं हुं हुंकारे अगन पसारे पवन चले, जल चले, चल चल कर पिण्ड कु रक्षण करावे, त्रिवार मंत्र जपावे मनः कामना पूर्ण करावे।

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### शरभ शाबर मंत्र


शाबर मंत्रों का प्राचीन काल से साधना क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान है। इन मंत्रों का कोई सीधा अर्थ नहीं होता, लेकिन इनमें असाधारण ऊर्जा होती है जो अत्यन्त शीघ्र कार्य सिद्ध कर सकती है।


#### चिन्तामणि शरभ शाबर मंत्र:

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ॐ नमो आदेश गुरु को।

चेला सुने गुरु फरमाय। सिंह दहाड़े घर में, जंगल में ना जाय।

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### साधना विधि


इस साधना को प्राचीन शिवमंदिर, श्मशान या अन्य पवित्र स्थान में किया जा सकता है। ग्रहणकाल, महापर्व या अन्य शुभकाल में इस साधना का प्रारम्भ करें। नित्य पांच, सात या ग्यारह माला रुद्राक्ष माला से रात्रिकाल में 21 दिन तक इस मंत्र का जाप करें। 


### शरभ सालुव साधना का परिणाम


साधना के दौरान साधक को कई प्रकार के भयानक दृश्य दिखाई दे सकते हैं, जैसे- सांप, सिंह, विकराल पक्षी आदि। साधक को धैर्य और साहस के साथ इस साधना को पूरा करना होता है। साधना पूर्ण होने के बाद साधक को अद्वितीय शक्तियां प्राप्त होती हैं और वह दैवीय ऊर्जा से प्रतिष्ठित हो जाता है। 


### निष्कर्ष


श्रीशरभ शालुवाय पक्षिराज साधना एक अत्यंत दुर्लभ और शक्तिशाली साधना है। इसे सही दिशा और विधि से ही करना चाहिए। यदि आप हमारे द्वारा दी गई जानकारी को पसंद करते हैं, तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करें और हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें।


जय महाकाली! हर हर महादेव!


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