### वशीकरण मंत्र और विधियाँ: एक विस्तृत मार्गदर्शिका
#### पहला वशीकरण मंत्र:
**मंत्र:** ॐ कलीम कृष्णाय नमः
**विधि:**
1. **साधना की तैयारी:**
- 7 पान के पत्ते
- थोड़ा सा सिंदूर
- थोड़ा सा पानी
2. **मंत्र जाप:**
- इस मंत्र का जाप हर रोज 551 बार करें।
- इसे केवल शुक्रवार को ही शुरू करें।
3. **प्रयोग विधि:**
- 7 दिनों तक लगातार इस मंत्र को 7 पान के पत्तों पर पढ़ें।
- अगले शुक्रवार को, सिंदूर और पानी को मिला लें।
- एक पान के पत्ते पर उस व्यक्ति का नाम लिखें जिसे आप वश में करना चाहते हैं।
- पान के पत्ते को अपने सिर के ऊपर से 21 बार घड़ी की दिशा में घुमाकर कहीं दूर फेंक दें।
4. **सावधानियाँ:**
- इसे केवल शुक्रवार को शुरू करें।
- इस दौरान मास, मछली, मदिरा का सेवन न करें।
- पराई स्त्री या पुरुष से गलत संबंध न बनाएं।
#### दूसरा वशीकरण मंत्र:
**मंत्र:** ज्ञानी*न*मपि*चेतांसि*देवी*भगवती*हिंसा"ग्रहा *बलादा*कृष्य*मोहाय*महामाया*परयकस्टी
**विधि:**
1. **साधना की तैयारी:**
- एक काले रंग का कपड़ा@1
- 2 नींबू (एक पर उस व्यक्ति का नाम, दूसरे पर अपना नाम लिखें)
- 1 सफ़ेद कागज
- थोड़ा सा सिंदूर
2. **प्रयोग विधि:**
- शनिवार सुबह स्नान करके काली माँ के मंदिर जाएँ और माथा टेकें।
- नींबू पर नाम लिखकर सफ़ेद कागज पर उस व्यक्ति का नाम 251 बार हरे पेन से लिखें।
- नींबू को कागज में लपेटें और 251 बार मंत्र का जाप करें।
- नींबू को कागज से निकाल लें; जिस नींबू पर नाम लिखा है उसका रस पी लें।
- अगले दिन कागज और दूसरे नींबू को बहते पानी में बहा दें।
- अगले 11 दिनों तक हर सुबह 111 बार मंत्र का जाप करें।
3. **सावधानियाँ:**
- इसे केवल शनिवार को शुरू करें।
- यह प्रक्रिया अकेले और बिना किसी के देखे करें।
- नींबू पीले रंग का होना चाहिए।
#### तीसरा वशीकरण मंत्र:
**मंत्र:** ॐ नमो नाराणाय सर्व लोकान मम वषय कुरु कुरु स्वाहा
**विधि:**
1. **साधना की तैयारी:**
- जितने लोग वश में करने हैं, उतनी पान की सुपारी
- 1 सफ़ेद कागज
- काले रंग का कपड़ा
2. **प्रयोग विधि:**
- सफ़ेद कागज पर सभी लोगों के नाम लिखें।
- काले कपड़े में कागज और सुपारियों को लपेटें।
- मंत्र को 121 बार पढ़ें।
- अमावस्या की रात सिर के ऊपर से 11 बार घुमा कर कब्रिस्तान में जलाएं।
3. **सावधानियाँ:**
- यह विधि एक से अधिक लोगों के लिए है।
- विधि को ध्यानपूर्वक और सही समय पर करें।
- जलाने के लिए केवल घी का इस्तेमाल करें।
#### चौथा वशीकरण मंत्र:
**मंत्र:** ॐ कलीम कुलुम मम (इंसान का नाम) वषयं कुरुम भवन्ति स्वाहा
**विधि:**
1. **साधना की तैयारी:**
- तुलसी के चूर्ण
- सरसो का तेल
- सरदेही का रस
- उस व्यक्ति की तस्वीर
2. **प्रयोग विधि:**
- तुलसी के चूर्ण को सरदेही के रस और सरसो के तेल में मिलाकर मंत्र का जाप करते रहें।
- मिश्रण को 251 बार मंत्र पढ़कर तैयार करें।
- उस मिश्रण का तिलक तस्वीर पर लगाएं और तस्वीर को अपने माथे से 11 बार स्पर्श करें।
- यह प्रक्रिया कम से कम 11 शुक्रवार तक करें।
3. **सावधानियाँ:**
- विधि को केवल शुक्रवार को शुरू करें।
- चूर्ण को हाथ से ही मिलाएं, चमच का उपयोग न करें।
- मंत्र पढ़ते समय पूरी एकाग्रता बनाए रखें।
#### पाँचवा वशीकरण मंत्र:
**मंत्र:** ॐ हारीम हुरूम पिसाचिनि (इंसान का नाम) मम वशियम भवन्ति
**विधि:**
1. **साधना की तैयारी:**
- मोर की कलगी
- पीला रेशमी वस्त्र
- सफ़ेद कागज
2. **प्रयोग विधि:**
- मंत्र का जाप 551 बार 5 शुक्रवार तक करें।
- सफ़ेद कागज पर उस व्यक्ति का नाम लिखें और मोर की कलगी को कागज में लपेटें।
- मंत्र को 11 बार पढ़कर इसे रेशमी वस्त्र में बांधें।
- इसे एक छुपी जगह पर रखें और 7 दिनों के बाद किसी सुनसान जगह पर जलाएं।
3. **सावधानियाँ:**
- मंत्र को पूरी एकाग्रता से पढ़ें।
- विधि करते समय कोई आपको न देखे।
- जलाने के लिए केवल घी का उपयोग करें।
इन विधियों को सावधानीपूर्वक और सही समय पर करना महत्वपूर्ण है। वशीकरण के इन प्रयोगों को आत्मिक भलाई के लिए इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
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