## प्राचीन शाबर मंत्र: एक विस्तृत मार्गदर्शन
**नमो नमः**
**ॐ आदेश गुरु जी**
** भूमिका**
यह लेख एक प्राचीन शाबर मंत्र पर प्रकाश डालता है, जो अभी तक अज्ञात रहा है। गुरु आदेशानुसार, इसे अब आपके समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है।
यह मंत्र अत्यंत शक्तिशाली है और इसके जाप से साधक को अनेक लाभ प्राप्त होते हैं।
**मंत्र का परिचय**
यह शाबर मंत्र परंपरागत रूप से प्राप्त हुआ है और इसका उद्देश्य साधक को आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करना है। मंत्र जाप से सुषुम्ना नाड़ी (सरस्वती, त्रिवेणी) जाग्रत होती है, जिससे ध्यान और साधना में सफलता प्राप्त होती है।
**मंत्र**
**ॐ नमो आदेश गुरु जी,**
**ॐ शिव गोरक्ष योगी अवि नाशी तेरा आसरा तुम्ही अलख पुरुष परम् तत्व परमेश्वर।**
**सत नाम सत्य योगी अव धूत भस्मी भूत को आदेश।**
**एक तूं ही रखवाला मेरे घट पिण्ड परिवार का, लगा दे दशों दिशा में वज्र का ताला।**
**वज्र का कोठा वज्र की खाई। अभेद दुर्ग में जीव हमारा, लगे मुठ बाण तो तेरी दुहाई।**
**रोम रोम का ख़बरदार रहना।**
**देव निरंजन निराकार शिव गोरक्ष योगी साकार।**
**ॐ सोहम तत्व अविनाशी सूरज चंद्र साखी। सुखमना सरस्वती मोक्ष दानी।**
**सतगुरु जाप मिटे पाप। ओम नमो आदेश गुरु जी को आदेश।**
**भटनेर की काली की आन वीरेश नाथ शंकर।**
**साधना विधि**
**1. धूनी तैयारी:**
* गुगुल और लोबान की धूनी तैयार करें।
* एक शांत और पवित्र जगह का चयन करें।
**2. मंत्र जाप:**
* धूनी जलाकर 51 बार मंत्र का जाप करें।
* जाप करते समय एकाग्रचित्त रहें।
**3. ध्यान और साधना:**
* जाप के बाद ध्यान और साधना करें।
* पूर्ण समर्पण और विश्वास बनाए रखें।
**4. सफलता के संकेत:**
* मंत्र जाप से सुषुम्ना नाड़ी (सरस्वती, त्रिवेणी) जाग्रत होती है।
* ध्यान और साधना में सफलता प्राप्त होती है।
**अंतिम निर्देश:**
* यह मंत्र गुरु आदेश से प्राप्त हुआ है, अतः इसका प्रयोग श्रद्धा और विश्वासपूर्वक करें।
* साधना के दौरान किसी प्रकार का भय या संदेह न रखें।
* नियमित रूप से मंत्र जाप और ध्यान करें।
**समापन:**
यह शाबर मंत्र साधक को आध्यात्मिक मार्ग पर अग्रसर करता है और मनोवांछित फल प्राप्ति में सहायक होता है। गुरु की कृपा और आशीर्वाद से यह साधना अवश्य फलदायी होगी।
**नोट:**
* यह लेख केवल जानकारी के लिए है। किसी भी प्रकार की साधना आरंभ करने से पहले किसी गुरु या योग्य मार्गदर्शक से अवश्य सलाह लें।
**आशा है यह जानकारी आपके लिए बहुउपयोगी होगी।**
**ॐ शांति
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