माँ काली रक्षा मंत्र: विधि और प्रयोग
यह मंत्र अत्यंत शक्तिशाली है और इसका प्रयोग मदारी और सड़कछाप बाजीगर भी करते हैं।
यह मंत्र दशहरे के दिन ग्यारह हजार बार जपकर हवन करने से सिद्ध होता है।
ध्यान दें:
- यह मंत्र केवल जानकारी के लिए है। किसी भी प्रकार की तांत्रिक समस्या के लिए किसी योग्य गुरु या विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।
- यह मंत्र गुरु की आज्ञा के बिना नहीं करना चाहिए।
- मंत्र जप करते समय सावधानी बरतें और किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें।
विधि:
- आश्विन दशहरे (दशमी) के दिन ग्यारह हजार बार मंत्र का जप करें।
- जप क्रिया करते समय कंडो की अग्नि में गुग्गुल की आहुति देते रहें।
- जिस दिन मंत्र सिद्ध करना है, उस दिन उपवास रखें और फल, फूट या दूध का सेवन करें।
- जपकाल में साधक को अपने आसन को पूर्वमुखी या उत्तरमुखी रखना चाहिए।
- एक चौकोर यन्त्र आटे से बना लें।
- यन्त्र के बीच में सिन्दूर से लाइन खींचें।
- यन्त्र के बीच में कलश स्थापित करें।
- कलश को ढक्कन लगने तक जौ से भर दें।
- कलश पर दीपक जलाएं।
- मंत्र जप के साथ घी, गुग्गल और कपूर की धुनी दें।
मंत्र प्रयोग:
- किसी भी स्थान पर प्रयोग करने के लिए, मंत्र पढ़ते हुए तीन बार ताली बजाएं।
- मंत्र जपते हुए अपने चारों ओर सुरक्षा घेरा बना लें।
इस प्रकार, यह मंत्र आपको सुरक्षा प्रदान करेगा।
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धन्यवाद!
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