सर्व विपत्ति निवारक मन्त्र प्रयोग
#### मन्त्र:
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ॐ*निरंकार*भवानी*इन्द्र*की*बेटी*ब्रह्मा*की*साली,
दोनो हाथ बजावे ताली, जा बैठी पीपल की डाली,
इन्द्र मौहुं, ब्रह्मा मौहुं, मौहुं सारी दुनिया,
दुहाई हनुमान की, दुहाई हिंग्लाज की,
दोहाई गरुड नारायण की, वीर धनन्जय दुहाई लोना चमारिन की।
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#### विधी:
1. **जाप**: प्रतिदिन १२१ बार जाप करें, यह प्रक्रिया ११ दिनों तक जारी रखें।
2. **होम**: गाय का दूध, तुलसी पत्र, बिल्वपत्र, गंगाजल, पीपल की कोमल पत्ती, ५ लौंग, कर्पूर, घी और गुड़ को मिलाकर प्रतिदिन दक्षिण दिशा की ओर मुख करके होम करें।
3. **विशेष कार्य हेतु**: जब भी किसी विशेष कार्य के लिये निकलें, एक माला जाप करें और उपरोक्त सामग्री की सात बार आहुति दें।
इससे हर कार्य में सफलता मिलेगी और हर विपत्ति दूर होगी।
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**नोट**: यह विधि आपकी सभी विपत्तियों को दूर करने और सफलता दिलाने के लिए अत्यंत प्रभावी है। इसे विधिपूर्वक और नियमित रूप से करें।
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